Successful Surgery/Operation -- राजस्थान में पहली बार शैल्बी हॉस्पिटल जयपुर में इस नई तकनीक से हुई घुटना प्रत्यारोपण की सफल सर्जरी जिसमें पालथी मारकर भी बैठ सकता है मरीज... जानें क्या है तकनीक !

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शैल्बी के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. दीपक सैनी ने की यह सर्जरी

कुछ मामलों में "टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी" से बेहतर है यह नई सर्जरी - डॉ. दीपक सैनी

 

Media Kesari

Jaipur (Rajasthan)

जयपुर(राजस्थान)-30 जून। टक्सप्लास्टी (TUKSplasty) विटामिन ई पॉली के साथ एक नए प्रकार की पार्शियल नी रिप्लेसमेंट (partial knee replacement) सर्जरी है, जो राजस्थान में पहली बार शैल्बी अस्पताल (Shalby Hospitals) जयपुर में की गई है। यह शैल्बी के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. दीपक सैनी (Dr. Deepak Saini, Senior Joint Replacement Surgeon) ने की है । 

जयपुर(राजस्थान)-30 जून। टक्सप्लास्टी (TUKSplasty) विटामिन ई पॉली के साथ एक नए प्रकार की पार्शियल नी रिप्लेसमेंट (partial knee replacement) सर्जरी है, जो राजस्थान में पहली बार शैल्बी अस्पताल (Shalby Hospitals) जयपुर में की गई है। यह शैल्बी के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. दीपक सैनी (Dr. Deepak Saini, Senior Joint Replacement Surgeon) ने की है ।


क्या है टक्सप्लास्टी (TUKSplasty)

टक्सप्लास्टी एक क्रांतिकारी नी रिप्लेसमेंट प्रक्रिया है और पारंपरिक पार्शियल नी रिप्लेसमेंट की तुलना में इसके खास फायदे हैं । पारंपरिक पार्शियल नी रिप्लेसमेंट को यूनिकम्पार्टमेंटल नी रिप्लेसमेंट, यूनिकॉन्डाइलर नी रिप्लेसमेंट और माइक्रोप्लास्टी जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। टक्सप्लास्टी में इस्तेमाल विटामिन ई पॉली बहुत कम घिसावट दर के साथ जाइंट रिप्लेसमेंट की दीर्घावधि को काफी बढ़ाता है। घुटने का केवल एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो और उसे बदलना हो तो टक्सप्लास्टी ( TUKSplasty) एक आदर्श प्रक्रिया है। यह भारत में विटामिन ई पॉली का उपयोग करने वाली पार्शियल नी रिप्लेसमेंट (partial knee replacement) सर्जरी का प्रकार है।

 मात्र 46 वर्षीय रोगी, कृष्णा देवी टक्सप्लास्टी के लिए एक आदर्श केस थी क्योंकि उनके दोनों घुटने का केवल एक हिस्सा ही क्षतिग्रस्त हुआ था। उनके दोनों घुटनों पर डॉ. दीपक सैनी द्वारा टक्सप्लास्टी ( TUKSplasty) की गई।


मात्र 46 वर्षीय रोगी, कृष्णा देवी टक्सप्लास्टी के लिए एक आदर्श केस थी क्योंकि उनके दोनों घुटने का केवल एक हिस्सा ही क्षतिग्रस्त हुआ था। उनके दोनों घुटनों पर डॉ. दीपक सैनी द्वारा टक्सप्लास्टी ( TUKSplasty) की गई।    डॉ. दीपक सैनी ने बताया, “कृष्णा देवी के घुटनो को सीमित क्षति हुई थी और इसलिए हमने उनके मामले में टक्सप्लास्टी करने का फैसला किया। टक्सप्लास्टी में ताहो यूनिकोन्डाइलर नी सिस्टम इम्प्लांट का उपयोग किया जाता है, जिसे विस्तृत अनुसंधान और विकास प्रयासों के बाद अमेरिका में शैल्बी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के इम्प्लांट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में विकसित किया गया है। अमेरिका के जाने-माने जॉइंट

डॉ. दीपक सैनी ने बताया, “कृष्णा देवी के घुटनो को सीमित क्षति हुई थी और इसलिए हमने उनके मामले में टक्सप्लास्टी करने का फैसला किया। टक्सप्लास्टी में ताहो यूनिकोन्डाइलर नी सिस्टम इम्प्लांट का उपयोग किया जाता है, जिसे विस्तृत अनुसंधान और विकास प्रयासों के बाद अमेरिका में शैल्बी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के इम्प्लांट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में विकसित किया गया है। अमेरिका के जाने-माने जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन ने इस अनोखे जॉइंट इम्प्लांट को विकसित करने के लिए इम्प्लांट डेवलपर्स के साथ सहयोग किया है। इसमें बहुत छोटा चीरा, अस्पताल में कम रहने, न्यूनतम हड्डी हटाने, घुटने के स्वस्थ हिस्सों में कार्टिलेज और लिगामेंट का संरक्षण, न्यूनतम रक्त हानि, शीघ्र पुनर्वास, संक्रमण और ब्लड क्लॉट का न्यूनतम जोखिम और सर्जरी के बाद न्यूनतम रिकवरी समय और प्रक्रिया के हफ्तों के भीतर एक सक्रिय जीवन शैली में वापसी जैसे कई अतिरिक्त फायदे हैं। इस सर्जरी के बाद लोगों के लिए फर्श पर पालथी मारकर बैठना सुरक्षित है, जबकि टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के मामले में ऐसा करना उचित नहीं है।“


मरीज कृष्णा देवी ने साझा किये अनुभव- 

कृष्णा देवी ने बताया, “डॉ. दीपक सैनी द्वारा की गई सर्जरी के परिणाम से मैं बहुत खुश हूं। मेरी रिकवरी बहुत तेजी से हुई और मुझे खुशी है कि इस सर्जरी के माध्यम से मेरे घुटने का केवल क्षतिग्रस्त हिस्सा ही बदला गया है।“

मरीज कृष्णा देवी ने साझा किये अनुभव-  कृष्णा देवी ने बताया, “डॉ. दीपक सैनी द्वारा की गई सर्जरी के परिणाम से मैं बहुत खुश हूं। मेरी रिकवरी बहुत तेजी से हुई और मुझे खुशी है कि इस सर्जरी के माध्यम से मेरे घुटने का केवल क्षतिग्रस्त हिस्सा ही बदला गया है।“     शैल्बी हॉस्पिटल्स - एक परिचय शैल्बी हॉस्पिटल्स जयपुर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी डॉ. प्रतीक शर्मा ने कहा, “जॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए शैल्बी हॉस्पिटल्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर


शैल्बी हॉस्पिटल्स - एक परिचय

शैल्बी हॉस्पिटल्स जयपुर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी डॉ. प्रतीक शर्मा ने कहा, “जॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए शैल्बी हॉस्पिटल्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रसिद्ध नाम है। इसकी स्थापना विश्व प्रसिद्ध ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. विक्रम शाह ने की है। आज यह दुनिया में सबसे ज्यादा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करता है। शैल्बी जयपुर न केवल राजस्थान बल्कि पुरे उत्तर भारत का सबसे बड़ा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सेंटर है एवं यहाँ पर 15 से ज्यादा अनुभवी ऑर्थोपेडिक सर्जन की टीम है जो हर साल तक़रीबन 3000 का ज्यादा रिप्लेसमेंट करती है, शैल्बी जयपुर ऑर्थोपेडिक के साथ-साथ सभी मल्टी-स्पेशलिटी में अग्रणी रहकर सेवायें प्रदान कर रहा है |”

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