नर्सेज को केंद्र के समान पदनाम देने की विनीता शेखावत ने सरकार से फिर उठाई माँग

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12 मई को नर्सेज दिवस पर राजस्थान सरकार गैर वित्तीय माँग का दे तोहफा -- विनीता शेखावत



हिमा अग्रवाल


जयपुर- 6 मई। हर वर्ष 12 मई को विश्व की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्मदिन नर्सेज दिवस के रूप में मनाया जाता है।

 इस अवसर पर राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन की प्रदेश प्रवक्ता विनीता शेखावत ने बताया कि राज्य भर में सभी नर्सेज कोविड-19 महामारी में अपनी जान की परवाह किए बगैर एक योद्धा के रूप में फ्रंट लाइन में सेवाएं दे रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति संवेदनशील सरकार से हमे आस है कि कई वर्षों से चली आ रही केंद्र के समान पदनाम की
मांग गहलोत सरकार पूरी कर सकती है।


विनीता शेखावत का कहना था कि हमारी यह माँग  गैर वित्तीय है जिसे पूरा करने में सरकार पर कोई  वित्तीयभार नहीं पड़ेगा।  यदि सरकार यह माँग मान लेती है तो इससे सभी नर्सेज को प्रोत्साहन मिलेगा।

सोशल मीडिया के ज़रिए अपील

आपको बता दें कि राजस्थान के सभी नर्सेज संगठन अब इस गैर वित्तीय मांग को लेकर ड्यूटी करते हुए पत्र लिखकर ज्ञापन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे  ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि द्वारा सरकार को अवगत करा रहे हैं।


ये हैं नर्सेज की माँग

विनीता शेखावत ने कहा कि केंद्र में, आर्मी में, रेलवे में व देश के कई राज्यों में नर्सेज को नर्स ग्रेड प्रथम को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर नर्स ग्रेड द्वितीय को नर्सिंग ऑफिसर नर्सिंग ट्यूटर को व्याख्याता एवं नर्सिंग अधीक्षक को प्रिंसिपल का दर्जा प्राप्त है। राजस्थान में भी नर्सेज संवर्ग के कार्मिकों को सरकार ये पदनाम देने की घोषणा करे।
केंद्र के समान पद नाम से राज्य सरकार पर कोई वित्तीय भार भी नहीं आएगा।

पदनाम की मांग को लेकर राजस्थान के सभी जिलों से जनप्रतिनिधियों व विधायकों तथा कैबिनेट मंत्री के माध्यम से व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसकी अनुशंसा कर रहे हैं।

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1 Comments

  1. There is no any reason to accept this genuin demand,as central government n many other states accepted n declared,paas resolutions.

    So government of Rajasthan should consider n solve this issue,declaredbefore international nurses day,n paas orders.

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