Rajasthan Crime News- चित्तौड़गढ़ में एक महीने पहले हत्या कर हिस्ट्रीशीटर ने मुम्बई में ली थी शरण, मुम्बई क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

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बनना चाहता था एक्टर, पर बन गया हत्यारा


सरकारी अस्पताल में चलाता था कैंटीन


मुम्बई से संवाददाता सारा पुरी ✍🏻


मुम्बई-17 दिसंबर। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक माह पुराने हत्या के मामले में वांछित एक आरोपी को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 40 वर्षीय वरुण व्यास के रूप में हुई है। वो राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के सांवलियाजी राजकीय सामान्य अस्पताल में एक कैंटीन चलाता था।

मुंबई पुलिस के डीसीपी अकबर पठान ने बताया कि हमने वरुण को पिछले महीने चित्तौड़गढ़ में हुए एक मर्डर केस में मुंबई के दहिसर उपनगर से गिरफ्तार किया। बाद में उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया। चित्तौड़गढ़ में वह एक सरकारी अस्पताल में एक कैंटीन का मालिक है।



सीनियर इंस्पेक्टर महेश तावड़े के अनुसार, वरुण व्यास की  चित्तौड़गढ़ में अपने कर्मचारी से वेतन को लेकर हुई कहासुनी के बाद उसने उस कर्मचारी की गिरेबान पकड़ी और उसे पटक दिया। उसे उसी दौरान बहुत मारा भी। कर्मचारी करीब चार दिन बेहोश रहा। कोमा में चला गया। पांचवें दिन उसकी मौत हो गई। वहां वरुण के खिलाफ मर्डर का जब केस दर्ज हुआ, तो वहां से भाग लिया। राजस्थान पुलिस को उसकी मुंबई में होने की लोकेशन मिली। उसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच से उसे पकड़ने के लिए मदद मांगी गई। इसी में वह दहिसर चेकनाका पर गाड़ी से भाग रहा था, तो उस गाड़ी को ओवरटेक किया गया और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि  वह करीब दो दशक पहले साल 2000 में मुंबई आया था। उसने बॉलिवुड फिल्मों में ऐक्टर बनने के लिए बहुत स्ट्रगल किया, लेकिन उसे काम नहीं मिला। ऐसे में रहने-खाने के खर्चे के लिए उसने करीब चार साल तक मुंबई में लूट, गाड़ी चोरी और मारामारी की कई वारदात को अंजाम दिया। बाद में पकड़े जाने के डर में वह बेंगलुरु गया। वहां भी उस पर एक एफआईआर हुई। इसके बाद चित्तौड़गढ़ आया। उसे एक सरकारी अस्प्ताल की कैंटीन का ठेका मिल गया, पर 15 नवंबर को वहां मर्डर की वारदात की वजह से  फिर मुम्बई भागना पड़ा।

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