टूर डी फ्रांस की तर्ज पर 2026 में होगा ऐतिहासिक आयोजन
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और पुणे कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने किया अनावरण
Media Kesari
Jaipur
जयपुर, 20 दिसंबर 2025:
गुलाबी नगरी जयपुर शनिवार को एक ऐतिहासिक खेल आयोजन की गवाह बनी। भारत में पेशेवर साइक्लिंग के नए युग की शुरुआत करते हुए, देश की पहली अन्तर्राष्ट्रीय साइक्लिंग रोड रेस ‘बजाज पुणे ग्रैंड टूर 2026’ की भव्य ट्रॉफी का अनावरण किया गया।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और पुणे के जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी (IAS) ने इस विरासत-प्रेरित ट्रॉफी को सार्वजनिक किया।
इस गरिमामयी समारोह में राजस्थान के खेल जगत और प्रशासन की प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें मदन राठौड़, खेल सचिव डॉ. नीरज के. पवन, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन ओंकार सिंह और राजस्थान साइक्लिंग एसोसिएशन की चयन समिति की चेयरपर्सन सरिका चौधरी शामिल थे।
पुणे और भारत के लिए ऐतिहासिक गौरव
महाराष्ट्र सरकार के सहयोग और पुणे जिला प्रशासन के नेतृत्व में आयोजित होने वाला यह टूर, भारत की पहली UCI 2.2 श्रेणी की रोड रेस होगी। इसे दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित साइक्लिंग रेस 'टूर डी फ्रांस' से प्रेरित बताया जा रहा है। यह आयोजन भारत को वैश्विक साइक्लिंग मानचित्र पर एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा, जिसमें दुनिया भर के शीर्ष साइक्लिस्ट अपनी चुनौती पेश करेंगे।
विरासत और कौशल का संगम: कैसी है यह ट्रॉफी?
पुणे के प्रसिद्ध ‘तांबट आळी’ के कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित यह ट्रॉफी केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि कला का अद्भुत नमूना है!
शिवाजी महाराज की विरासत: इसका डिज़ाइन पुणे के 8 ऐतिहासिक किलों से प्रेरित है, जो साहस और रणनीति का प्रतीक हैं।
वेलोड्रोम का एहसास: ट्रॉफी का मध्य भाग घूमते हुए वेलोड्रोम की आकृति जैसा है, जो साइक्लिस्ट के अनुशासन और गति को दर्शाता है।
हस्तशिल्प की बारीकी: 480 मिमी ऊंची यह तांबे की ट्रॉफी हथौड़े की अनगिनत चोटों से तैयार की गई है, जो एक एथलीट के कड़े संघर्ष और दृढ़ संकल्प को बयां करती है।
अनावरण के दौरान उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा, "यह गर्व का विषय है कि भारत अब अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के नए खेलों की मेजबानी कर रहा है। पुणे ग्रैंड टूर देश में पेशेवर साइक्लिंग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।"
पुणे कलेक्टर और रेस इंचार्ज जितेंद्र डूडी ने भविष्य का रोडमैप साझा करते हुए कहा, "पिछले छह महीनों की कड़ी मेहनत से यह सपना साकार हो रहा है। हमारा लक्ष्य भविष्य में भारत को 'UCI प्रो रेस' की मेजबानी के काबिल बनाना है, जो टूर डी फ्रांस के समकक्ष हो।"
बजाज पुणे ग्रैंड टूर 2026: एक नज़र में
प्रथम अंतरराष्ट्रीय रेस: यूनियन साइक्लिस्ट इंटरनेशनल (UCI) द्वारा मान्यता प्राप्त भारत की पहली रोड साइक्लिंग रेस।
चुनौतीपूर्ण मार्ग: 4 चरणों में कुल 437 किलोमीटर लंबी यह रेस पुणे के किलों, पहाड़ियों और ग्रामीण सौंदर्य के बीच से गुजरेगी।
खेल पर्यटन: यह आयोजन साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देगा और भारत की ऐतिहासिक सुंदरता को वैश्विक स्तर पर दिखाएगा।
ओलंपिक का सपना: भविष्य में इस टूर को ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के रूप में विकसित करने की योजना है, जिससे भारतीय साइक्लिस्टों के लिए वैश्विक द्वार खुलेंगे।
यह आयोजन न केवल खेल के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि यह भारतीय युवाओं को वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने के लिए भी प्रेरित करेगा।



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