थम नहीं रहा नशे का कारोबार, पुलिस भय भी नहीं आ रहा काम
The global drug trafficking market is constantly evolving...
Why are culprits not scared of the police,..?
Exclusive Ground Report by -
गुलवेज आलम सिद्दीकी ✍🏻
Media Kesari (मीडिया केसरी)
कैराना
02 अगस्त,2022
Kairana (उत्तर प्रदेश) - कैराना कस्बे व क्षेत्र में हर तरफ नशे का कारोबार (Drug trafficking) हो रहा है। पुलिस की ताबड़तोड कार्यवाही के बावजूद कारोबार पूरी तरह बंद नही हो पा रहा है। कस्बे व गावों में गांजा, स्मेक, मेडिकल प्रतिबंधित दवाईयां, कच्ची शराब 【 Cannabis,Hemp, Smack, Medical banned drugs, Raw liquor 】जैसे मादक पदार्थों की ब्रिकी जारी है। इस पर पूरी तरह अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। वहीं युवा नशे का कारोबार करने वालों के हाथों बर्बाद हो रहे है। नशे में लिप्त युवा नशीली पदार्थो के लिये कुछ भी करने को तैयार हो जाते है।
क्षेत्र में युवा पीढ़ी पूरी तरह नशे के कारोबार करने वालों के चंगुल में फंस चुकी है और अपने युवा जीवन में नशे को ही अपना सब कुछ मान लिया है। उन्हें बिल्कुल ही इस बात का अंदाजा नहीं है कि उनका जीवन किस ओर जा रहा है।
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Youth in the grip of drug traffickers |
युवाओं के नशे में लिप्त होने की वजह से उनका पूरा परिवार खून के आंसू रोता है और नशे के कारोबार करने वालों को कोसता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के इस्लामनगर, आर्यपुरी, बंजारा बस्ती, नवाब दरवाजा के साथ आसपास क्षेत्रों में खुलेआम गांजा, स्मेक (ganja, smack) की ब्रिकी हो रही है यहां तक कि इसमें संलिप्त लोगों पर पूर्व में कार्यवाही भी की जा चुकी है पर वापस आते ही नशे के कारोबार में संलिप्त हो जाते है। वहीं कैराना से लगे गाँव भूरा, खुरगान, बसेड़ा, तीतरवाड़ा, रामडा तो मानो स्मेक(Smack) की ब्रिकी करने में खूब आगे रहा है। जिस पर पुलिस को खबर लेने की आवश्यकता है।
आखिर सवाल यह है कि यह सब पुलिस प्रशासन के नाक नीचे हो रहा है पर कार्यवाही के तौर पर छोटे लोगों को पकड़कर खानापूर्ति कर ली जाती है और बड़ी पार्टी आसानी से निकल जाती है, उन पर पुलिस व कानून का कोई भय नहीं है। नशे का कारोबार कस्बे के गली चौराहे तक फैला हुआ है। कस्बे में लोगों को नशा मुक्ति के लिए कई बार जनजागरूकता करने के लिए समय-समय पर सरकारी विभाग काम करता चला आ रहा है और वर्तमान में पुलिस कप्तान द्वारा नशे के खिलाफ कार्यवाही भी हो रही है। पर इसका कोई खास असर नहीं दिखता। इसके चलते लोगों में नशे की लत बढ़ती जा रही है। नशे में युवा इस प्रकार लिप्त हो गये है कि खरीदने के लिये पैसे न होने पर घरों में चोरी तक करने से परहेज नहीं करते। यहां तक कि घरों में अपने मां-बाप पर भी वार करने से नहीं चुकते । ऐसी कई घटनाएं कैराना थाना क्षेत्र के अंतर्गत हो चुकी है। जिसमें नशे में धुत्त युवा अपने घर के परिवारों को जान से मारने की कोशिश कर चुके हैं।
स्मैक (Smack) की कश में धुआं बनकर उड़ रही युवाओं की जिंदगी
Youth life in the puff of smack
पुलिस द्वारा लगातर कार्यवाही के पश्चात भी नशे के कारोबार में लिप्त लोग इस काम से अलग नहीं हो पा रहे हैं। कार्यवाही भी अब ऐसे लोगों पर होने की जरूरत है जो अपना अवैध काम बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। कैराना व इसके आसपास गांवों मे स्मेक जैसे मादक पदार्थ आसानी से मिल जा रही है।
सूत्रों की मानें तो स्थानीय थाना के सेटिंग से इन पर कार्यवाही नहीं हो पाती। स्थिति यह है कि कस्बे में स्मेक की बिक्री बड़ी आसानी से हो रही है। काफी समय हो गया जहां कैराना में स्मेक बेचने वालों बड़े तस्कर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुआ। ऐसा नहीं कि इन पर कोई कार्यवाही नहीं हुआ, पर कार्यवाही होने के बाद फिर से इस काम में लग जाते है। इस अवैध व्यापार को रोकने के लिए नारकोटिक्स एक्ट (NDPS Act) बनाया गया है, लेकिन पुलिस स्मेक की बिक्री पर आंशिक रूप से अंकुश लगाने में सफल तो होते हैं पर पूर्ण रूप से बंद करने में नहीं।
समाज में रह रहे नागरिक भी हैं जिम्मेदार
Citizens living in society are also responsible...
सब काम पुलिस ही करे ऐसा नहीं है क्योंकि समाज रहते हुये यह सभी नागरिकों की भी जिम्मेदारी है कि समाज में फैल रहे समाजिक बुराई को वह बढ़ावा न दें। क्योंकि वह देखकर कुछ न कहना भी बढ़ावा देने जैसा है।
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Children affected by substance abuse are considered as children in need of care and protection under the Juvenile Justice Act, 2015 |
पुलिस भी आखिर समाज का एक हिस्सा है और सभी जिम्मेदारी पुलिस नहीं निभा सकती। समाज मे अवैध कामों में लिप्त लोगों की शिकायत भी समाज के व्यक्तियों की जिम्मदारी होती है और शिकायत न मिलने के अभाव में यह अक्सर पुलिस के हाथों छूट जाते है। ऐसे में समाज में रह रहे सभी वर्गो की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे कार्यो को बढ़ावा देने में पर अंकुश लगाये जिससे समाज के युवा बर्बाद न हो।
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