World Mental Health Day 2024-- जयपुर रग्स और हैपिनेस फाउंडेशन में करार

देखा गया

संदर्भ :- विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 

कार्यस्थल पर कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए सकरात्मक पहल है 'जयपुर रग्स इंस्टीट्यूट'

Media Kesari

Jaipur

जयपुर। 10 अक्टूबर को समूचे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day 2024) मनाया गया और इस दिवस की इस बार थीम थी कार्य स्थल पर मानसिक स्वास्थ्य। 

इस मौके पर जयपुर रग्स (Jaipur Rugs) और हैपिनेस फाउंडेशन (Happiness Foundation) के बीच एक करार किया गया, जिसके तहत जयपुर रग्स न केवल अपने संस्थान में बल्कि देश में मानसिक स्वास्थ्य पोषण की दिशा में फाउंडेशन के साथ मिलकर काम करेगी। जयपुर रग्स की ओर से करार पर सीईओ विशाल फांसे तथा फाउंडेशन की ओर से लुईस गैलार्डो ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर जयपुर रग्स के चेयरमैन एन के चौधरी ( NK Chaudhary)और वैलनेस कोड फाउंडेशन के वरिष्ठ सलाहकार के विक्रम रस्तौगी भी उपस्थित थे। 

Media Kesari, latest news today, health news, Jaipur news, जयपुर। 10 अक्टूबर को समूचे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day 2024) मनाया गया और इस दिवस की इस बार थीम थी कार्य स्थल पर मानसिक स्वास्थ्य।   इस मौके पर जयपुर रग्स (Jaipur Rugs) और हैपिनेस फाउंडेशन (Happiness Foundation) के बीच एक करार किया गया, जिसके तहत जयपुर रग्स न केवल अपने संस्थान में बल्कि देश में मानसिक स्वास्थ्य पोषण की दिशा में फाउंडेशन के साथ मिलकर काम करेगी। जयपुर रग्स की ओर से करार पर सीईओ विशाल फांसे तथा फाउंडेशन की ओर से लुईस गैलार्डो ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर जयपुर रग्स के चेयरमैन एन के चौधरी और वैलनेस कोड फाउंडेशन के वरिष्ठ सलाहकार के विक्रम रस्तौगी भी उपस्थित थे।


जयपुर रग्स के चेयरमैन एन के चौधरी के अनुसार करार के तहत सबसे पहले तो जयपुर रग्स अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों, श्रमिकों, आर्टिजंस व सभी सहयोगी स्टेक होल्डर्स को समग्र खुशियां मिले, इसके लिए कार्य करेगा। कर्मचारी व आर्टिजन का मानसिक स्वास्थ्य यदि प्रफुल्लित रहेगा तो उसकी कार्य उत्पादकता भी बेहतर होगी। इसी तरह सहयोगी स्टेकहोल्डर्स यदि प्रफुल्लित रहेंगे तो इससे आपसी व्यवहार और व्यापार दोनों में बढ़ोतरी होती है। खराब मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति की एकाग्रता को प्रभावित करता है और एकाग्रता न होने से कार्य उत्पादकता कमजोर होती है जो कि एक व्यवसायिक संस्थान के लिए नुकसानदायक है।

Media Kesari,मीडिया केसरी, Jaipur news,latest News, Jaipur Rugs, इसके पूर्व हैपिनैस फाउंडेशन के लुईस गैलार्डो ने जयपुर रग्स के अधिकारियों-कर्मचारियों के एक सैशन को संबोधित किया और कहा कि जीवन का संघर्ष तो सभी के साथ है, पर संघर्ष के उस दौर में अपने लिए खुशियां चुराना महत्वपूर्ण है। हम खुशियां चुरा कर खुद को प्रफुल्लित रख सकते हैं और उससे हमारी वर्क प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। खुशियां चुराने के अनेक माध्यम हैं, जो हमारी सोच और स्थिति पर निर्भर है। कभी गीत गुनगुना लिया, किसी बच्चे के साथ खेल लिया, टीवी पर कोई मैच देख लिया, किसी प्राकृतिक जगह पर लांग वाक के लिए निकल लिए, कोई फिल्म देख ली, किसी पुराने मित्र से बात कर ली, घर परिवार में किसी का हाल पूछ लिया आदि। सैशन में जयपुर रग्स की निदेशक कविता चौधरी भी उपस्थित थीं।


चौधरी ने यह भी बताया कि सहयोग का उद्देश्य स्वस्थ समाज को बढ़ावा देना और उसके लिए पहल करना है। इस क्रम में हैपिनेस फाउंडेशन और जयपुर रग्स मिलकर जयपुर रग्स इंस्टीट्यूट का संचालन करेंगे, जो कि उत्कृष्टता केंद्र के रूप में काम करेगा। यह एक तो अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों को बेहतर मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित करेगा, साथ ही अन्य प्रतिष्ठानों को भी इस सेवा का लाभ देगा। इसके अलावा मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनुसंधान, वैचारिक नेतृत्व, कर्मचारी कल्याण और सामुदायिक विकास के लिए भी गतिशील रहेगा। चौधरी के अनुसार मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रखने का सबसे बड़ा सूत्र है अपनेपन की भावना बनाना और बढ़ाना, तनाव कम से कम रखना और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देना। यह पहल एक सहयोगी कार्य वातावरण बनाने में सहायक होगी। 

इसके पूर्व हैपिनैस फाउंडेशन के लुईस गैलार्डो (Luis Gallardo) ने जयपुर रग्स के अधिकारियों-कर्मचारियों के एक सैशन को संबोधित किया और कहा कि जीवन का संघर्ष तो सभी के साथ है, पर संघर्ष के उस दौर में अपने लिए खुशियां चुराना महत्वपूर्ण है। हम खुशियां चुरा कर खुद को प्रफुल्लित रख सकते हैं और उससे हमारी वर्क प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। खुशियां चुराने के अनेक माध्यम हैं, जो हमारी सोच और स्थिति पर निर्भर है। कभी गीत गुनगुना लिया, किसी बच्चे के साथ खेल लिया, टीवी पर कोई मैच देख लिया, किसी प्राकृतिक जगह पर लांग वाक के लिए निकल लिए, कोई फिल्म देख ली, किसी पुराने मित्र से बात कर ली, घर परिवार में किसी का हाल पूछ लिया आदि। सैशन में जयपुर रग्स की निदेशक कविता चौधरी भी उपस्थित थीं।

Post a Comment

0 Comments