बच्चों में डिप्रेशन (अवसाद) एक 'मूड डिसऑर्डर' है...
हेल्थ डेस्क
Media Kesari
जयपुर- महिला प्रकोष्ठ पारीक महासभा समिति एवं फोर्टिस एस्कॉर्ट हॉस्पिटल जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में 'बच्चों में बढ़ते डिप्रेशन' विषय पर टॉक शो फॉर्टिस हॉस्पिटल मालवीय नगर में आयोजित किया गया।
महिला प्रकोष्ठ सचिव सुमन पारीक ने बताया कि पारीक महासभा अध्यक्ष के.पारीक के संरक्षण में बच्चों में बढ़ते डिप्रेशन पर आयोजित Talk Show में डॉक्टर तुषारकांत, डॉक्टर श्यामसुंदर शर्मा, सीमा जोशी, विधा सारस्वत, और दीना रामचंदानी ने बताया कि बच्चों में डिप्रेशन एक 'मूड डिसऑर्डर' है, जिससे वे उदास, चिड़चिड़े या निराश महसूस कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों में अक्सर मूड स्विंग होता है, लेकिन जब यह उदासी या चिड़चिड़ापन लंबे समय तक रहता है, तो यह एक विकार बन सकता है।
विशेषज्ञों ने बताया कि बच्चों में अवसाद का इलाज करने के दो मुख्य तरीके हैं: बातचीत चिकित्सा (संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा) और दवाएँ। उन्होंने बताया कि बच्चों में अवसाद का इलाज करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें परिवार, शिक्षक और स्वास्थ्य पेशेवरों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम का शानदार संचालन प्रीति पुरोहित द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम सलाहकार और आयोजक लक्ष्मीकांत पारीक, बुद्धि प्रकाश पारीक, नंदकिशोर पारीक, रमेश जी दाढ़ी वाले, मंजू पारीक, रिमझिम रहे तथा कार्यक्रम में भगवती प्रसाद, गौरव पारीक, मनोज पारीक, गोविंद पारीक, शेखर शेष, दिनेश पारीक, हनुमान पारीक, नवनीत पारीक मीना पारीक, निशा पारीक, भूषण पारीक, बरखा शर्मा, अनीता पारीक, रिमझिम, प्रिया, राज, सरोज पारीक, प्रमिला ,रेखा , मनजीत अरोड़ा, शशि पारीक, वर्षा पारीक, पुष्पा पारीक, विनीता और समाज के अन्य बहुत से गणमान्य भी उपस्थित रहे।
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