केन्द्रीय बोर्ड और RBSE की दसवीं तथा बारहवीं की परीक्षा दिए बगैर अगली कक्षा में क्रमोन्नत करने का जल्द आ सकता है फैसला, हाईकोर्ट में जनहित याचिका पेश

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याचिका पर सुनवाई कल शुक्रवार या सोमवार को



By Desk ✍🏻



    जयपुर-28 मई। पब्लिक अगेंस्ट करप्शन संस्था ने राजस्थान हाईकोर्ट में जनहित याचिका प्रस्तुत कर अधिवक्ता पूनमचंद भंडारी, राकेश चंदेल, अभिनव भंडारी व टी एन शर्मा ने मांग की है कि आगामी जुलाई माह में होने वाली दसवीं व बारहवीं कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं को रद्द कर सभी को अगली कक्षा में क्रमोन्नत किया जाए। याचिका के साथ में केन्द्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस, सीबीएसई का परीक्षा टाईम टेबल व 20 मई को केन्द्रीय गृह सचिव द्वारा जारी आदेश पेश किए हैं केन्द्रीय गृह सचिव ने सीबीएसई बोर्ड व राज्य बोर्डो के निवेदन पर शर्तो के साथ परीक्षा कराने की अनुमति दी है कि कंटेनमेंट एरिया में सेंटर नहीं होने चाहिए थर्मल स्क्रीनींग होनी चाहिए सेनेटाइजिंग होना चाहिए सबको मास्क लगाना अनिवार्य होगा तथा पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करनी होगी। इस समय पूरा विश्व कोरोना महामारी से ग्रस्त है लाखों लोग मर चुके हैं और पूरा देश लोकडाउन में है और जैसे जैसे लोकडाउन में छूट दी जा रही है वैसे वैसे ही कोरोना के मरीज बढ रहे हैं।



अगर ये परीक्षाएं आयोजित हुई तो कोरोनावायरस तेजी से फैलने की संभावना है। क्योंकि करीब पच्चीस लाख छात्र छात्राएं व करीब दो लाख टीचर्स स्टाफ परीक्षा केंद्रों पर एकत्रित होंगे तो Social distancing संभव नहीं हो सकती है परीक्षा से पूर्व इतने छात्रों की जांच संभव नहीं है कि कौन पोजिटिव है और कौन निगेटिव है सभी कक्षा निरीक्षकों की जांच करना प्रश्न पत्रों को सेनेटाइज करना केन्द्रों को सेनेटाइज करना संभव नहीं है इसके अलावा सरकार विशेष बसों की व्यवस्था नहीं कर सकती है बच्चे परीक्षा केन्द्रों पर कैसे पहुंचेंगे दुपहिया वाहन पर दो सवारी प्रतिबंधित है बच्चे सारे नाबालिग हैं वो वाहन चला नहीं सकते,। इसलिए परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों की भीड़ बढ़ जाएगी। बच्चे कोपी के पेज बदलते हैं तो थूंक भी लगता है इतनी उत्तर पुस्तिकाओं को सेनेटाइज करना भी असंभव है। फिर इन सब उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए भेजोगे तो संक्रमित होने की संभावना रहेगी फिर परीक्षक कोपी जांचेंगे या नहीं और जांचेंगे तो वहां भी संक्रमित हो सकती हैं। इसके अलावा और भी बहुत सी समस्याएं हैं।
     इसलिए इस बार कोविड 19 के खतरे को देखते हुए केन्द्रीय बोर्ड और राजस्थान बोर्ड की दसवीं तथा बारहवीं की वार्षिक परीक्षाओं को रद्द कर छात्र छात्राओं को अगली कक्षा में क्रमोन्नत करें, याचिका पर शुक्रवार या सोमवार को सुनवाई हो सकती है।

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