23 जून को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान फैसला संभव
मीडिया केसरी वेब डेस्क ✍🏻
जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की "परफॉर्मेंस" से आलाकमान खुश है।
लेकिन कांग्रेस की राजनीति में शह और मात का खेल अभी तक जारी है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार राजस्थान की डबल इंजन सरकार में चल रहे शह-मात के खेल को विराम देने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने पायलट की जगह नया पीसीसी चीफ लाने का बड़ा फैसला लिया है। पायलट ने 6 साल 5 महीने पीसीसी चीफ रह कर रिकॉर्ड बनाया है।
माना जा रहा है कि नए पीसीसी चीफ के चयन में गहलोत की राय को तवज्जो मिलेगी, ताकि सरकार और संगठन के काम में बेहतर तालमेल हो सके।
पायलट को दिल्ली में भी मिल सकती है कोई बड़ी जिम्मेदारी
इस परिवर्तन के बाद राजनीतिक नियुक्तियां और मंत्रिमंडल फेरबदल प्रक्रिया शुरू होगी।इसी बीच पायलट को दिल्ली से अपने "पॉलिटिकल कॅरियर" में धैर्य और संयम रखने की सलाह दी जा रही है क्योंकि बड़ी जिम्मेदारियों के लिए उनके सामने लंबा राजनीतिक जीवन है।ऐसे में पायलट को दिल्ली में भी कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
23 जून को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान फैसला संभव
हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से आलाकमान की ओर से लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है, किन्तु जानकार सूत्रों की माने तो कांग्रेस आलाकमान इस्का निर्णय ले चुका है। कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि 23 जून को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान इस बात के लिए फैसला ले लिया जाएगा कि सचिन पायलट पीसीसी चीफ़ बने रहेंगे अथवा उनको केंद्रीय नेतृत्व के तौर पर राष्ट्रीय महासचिव या राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी मिलेगी।
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