फ्लोर टेस्ट से गुज़रना ही होगा- डॉ. सुधांशु
मीडिया केसरी वेब डेस्क ✍🏻
जयपुर- राजनीति को नहीं समझने वाले जादूगर की वाह वाह कर रहे हैं और लालची कांग्रेसी खुद को गहलोत की तरफ दिखाने की चेष्टा कर रहे हैं किंतु आखिर ऊंट किस करवट बैठेगा अभी यह साफ होने में वक्त हैं। यह खबर सत्य हैं कि पायलट के साथ खुद के सहित 19 कांग्रेस विधायक हैं और वो एकजुट रहते हैं तो इस सियासत में कई मोड़ आने वाले हैं। पीपल्स ग्रीन पार्टी के अनुसार जल्द ही बीजेपी राज्यपाल से गुहार करेगी कि सरकार अपना विश्वास मत साबित करे। सरकार इसे कई दिन टालेगी, विधानसभा अध्यक्ष कहना नहीं मानेंगे और मामला कोर्ट तक जाएगा।
कितनी भी जोर लगे आखिर में फ्लोर टेस्ट तो करवाना ही होगा।
फिलहाल सचिन के 19 लोगों की सदस्यता बनी ही रहेगी वो कांग्रेस के विपरीत भी कुछ न बोलेंगे। उनकी सदस्यता तभी जा सकती हैं जब वो सदन में पार्टी व्हिप की अवहेलना करें अन्यथा वो तब तक तो विधायक रहेंगे ही। सरकार और सदन के अध्यक्ष सी पी जोशी लाख कोशिश करेंगे कि पायलेट गुट की सदस्यता खत्म हो जाये किन्तु यदि वो सावधान कदम बढाएंगे तो बदला लेने के लिए बचे रहेंगे। जब फ्लोर टेस्ट होगा तो सदन में 198 विधायक उपस्थित हो सकते हैं। किन्तु एक सदन के अध्यक्ष हैं और दो बीमार हैं अतः अनुपस्थित रहेंगे अर्थात 99 वोट पर बहुमत होगा।
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अब आइये, गिनती करें- विश्वास मत पर ना पक्ष के वोट इस प्रकार होंगे। 75 बीजेपी और सहयोगी, 19 पायलेट, तीन निर्दलीय, 2 ट्राइबल पार्टी यानी 99 विधायक। इस प्रकार हां पक्ष के लिए बचे कुल 99 विधायक। एक विधानसभा अध्यक्ष को कम कीजिये क्योंकि उनका वोट सिर्फ टाइ होने पर लगेगा तो कांग्रेस को मिले कुल वोट 98। टाइ नहीं हुआ अतः विश्वास मत गिर गया और जादू नहीं चला। अभी यहां अमित शाह और बीजेपी के कॉन्ट्रिब्यूशन को नहीं समझा गया हैं। यदि उन्होंने भी कुछ योगदान दिया तो सियासत का चित्र प्रभावित ही होगा। अभी तो ज्योतिषी को राष्ट्रपति शासन के योग का आकलन भी कर लेना चाहिए, फिर बाद में बातें बनाएंगे।
इसी के साथ विधानसभा अध्यक्ष सभी 19 बागी कांग्रेस सदस्यों की सदस्यता रद्द कर देंगे। जहां फिर उपचुनाव होंगें।
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इसके आगे फिर बताएंगे। हाँ, 19 में से दो तीन विधायक यदि गहलोत कैम्प में आ जाये या राहुल सचिन को फिर पटा ले तो यह पूरी बात भी झूठी साबित हो सकती हैं। हालांकि सोनिया प्रियंका गुट राहुल गाँधी की चलने नहीं देगा।
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