जनता त्रस्त, प्रशासन मस्त
नावा सिटी/श्रीराम जांगिड़
नावा सिटी-19 सितंबर। अक्सर देखने में आता है कि प्रशासन तब जागता है,जब कोई हादसा हो जाए। इसका ताज़ा उदाहरण चार दिन पहले चम्बल नदी में नाव हादसा है। इस हादसे के लिए प्रशासन की लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता।
प्रशासन की ऐसी ही लापरवाही जयपुर-नागौर हाईवे पर भी देखने को मिली है।
नावा सिटी के निकट इस हाईवे पर डाबसी गाँव है, जहाँ टोल प्लाजा की जानकारी देने के लिए एक संकेत बोर्ड लगा हुआ है जो अब काफी हद तक गल चुका है और कभी भी सड़क पर गिर सकता है। हाईवे होने के कारण यहाँ वाहनों की आवाजाही बनी रहती है, ऐसे में किसी भी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है। लेकिन कई बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
हैरानी की बात तो यह है कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल जयपुर आने के लिए कई बार अपने काफ़िले के साथ यहाँ से गुज़रे होंगे,क्या किसी ने भी उनको इस ओर ध्यान नहीं दिलाया या किसी हादसे का इंतज़ार है ?
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