प्रधानमंत्री युवाओं के रोजगार पर बयान दें- डॉ सुधांशु
मीडिया केसरी वेबडेस्क ✍🏻
जयपुर, 15 सितंबर। इंडियन पीपल्स ग्रीन पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुधांशु ने संसद में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बढ़ती बेरोजगारी पर बयान दिए जाने की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि देश का युवा इस विषय पर सरकार के दृष्टिकोण को सुनना और समझना चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के चुनाव अभियान में तत्कालीन यूपीए सरकार को जॉबलेस ग्रोथ के लिए कठघरे में खड़ा करते हुए रोजगार के प्रश्न को बड़ा मुद्दा बनाया था।
उन्होंने भारत को चीन की तरह मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का सपना दिखाया था और हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था।
डॉ सुधांशु ने कहा कि पिछले 6 बरस में बढ़ती बेरोजगारी से युवाओं में गुस्सा हैं। प्राप्त सूचनाओं के अनुसार इस दौरान रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड ने 23 फरवरी 2019 को ग्रुप डी के 1,03,769 पदों के लिए अधिसूचना जारी थी और इसके लिए 1.16 करोड़ लोगों ने आवेदन किया, जिनसे रु 500/- प्रति फॉर्म (एससी/एसटी/महिला से रु 250/- प्रति फॉर्म) लिया गया जो अनुमानतः कुल 1025 करोड़ रुपये हुआ। डेढ़ साल से अधिक बीत जाने के बाद भी अब तक उसकी परीक्षा नहीं हुई।
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इसी तरह 28 फरवरी, 2019 को रेलवे की ही नॉन-टेक्निकल पॉप्युलर कैटेगरी (जिसमें गार्ड, टीटीई वगैरह आते हैं) के 36,277 पद विज्ञापित हुए जिसके लिए 1.26 करोड़ लोगों ने फॉर्म भरा, लेकिन 18 महीने बीत जाने के बावजूद उसकी भी परीक्षा अब तक नहीं हुई। 3 फरवरी, 2018 को विज्ञापित 64,371 असिस्टेंट लोको पायलट तथा टेक्नीशन के पदों के लिए हुई परीक्षा का परिणाम दिसंबर 2019 में आ गया लेकिन नियुक्तियां 2 साल बीत जाने के बाद भी नहीं हुईं। इसी तरह स्टाफ सिलेक्शन कमिशन (एसएससी) ने 5 मई, 2018 को कंबाइंड ग्रैजुएट लेवल (CGL) के 11271 पद विज्ञापित किए। 25 लाख प्रतियोगी छात्रों ने फॉर्म भरा, 3-स्तर की परीक्षाएं हो गईं लेकिन ढाई साल होने को आए, रिजल्ट का कहीं पता नहीं हैं। पीपल्स ग्रीन पार्टी ने इस स्थिति पर केंद्र सरकार से श्वेत -श्याम पत्र जारी करने की मांग हैं।
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