मुम्बई- आज़ादी के पुरोधा 'सीमांत गाँधी' की जयंती मनायी

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यदि लोहिया की बात मान ली जाती तो आज हमारा देश 'विश्व चौधरी' होता -- बदरे आलम

महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी भी वर्चुअल कार्यक्रम में हुए शामिल


मीडिया केसरी डिजिटल डेस्क✍🏻


मुम्बई- 'फ्रंटियर गाँधी' के उपनाम से मशहूर भारत रत्न खान अब्दुल गफ्फार खान की जयंती मुम्बई स्थित  वाई.बी. चौहाण सेंटर में शानदार ढंग से मनाई गई। 

कार्यकम की अध्यक्षता पूर्व सांसद हुसैन दलवाई नें की।


सीमांत गांधी जयंती-बदरे आलम

कार्यक्रम को महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी और सरहदी गांधी के पौत्र असफनद यार खान ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया।

 इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अब्दुल क़य्यूम रहमानी फाऊंडेशन के अध्यक्ष और अगस्त अभियान के संयोजक बदरे आलम ने अपने विचार रखते हुए कहा कि  डा.राम मनोहर लोहिया भारत,पाकिस्तान और बंग्लादेश को मिलाकर महासंघ बनाना चाहते थे ताकि तीनों देशों  की जनता को साथ में लाकर फ़िर से एक देश बनाया जा सके जो 'विश्व चौधरी' साबित होता।



 ऐसा करने से रक्षा खर्च में भी भारी कमी आती और कश्मीर सहित सभी मुद्दों का खात्मा भी हो जाता। उन्होंने आगे कहा कि जब यह सभी लोग मानते हैं कि भारत का विभाजन अप्राकृतिक था,दुर्भाग्यपूर्ण था,

तब फ़िर क्यूं न उस गलती को सुधार लिया जाय।


आयोजक संस्था सरहदी गांधी मेमोरियल सोसायटी मुंबई के प्रवक्ता ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि  जयंतीकार्यक्रम में नवाब मलिक मंत्री महाराष्ट्र,पूर्व सांसद उदित राज,सुधीन्द्रे कुलकर्णी, ओमप्रकाश सिंह,चंद्रकान्त त्रिपाठी,सबा नक़्वी, जतिन देसाई आदि ने भी सीमांत गांधी की शख्सियत और आज़ादी के आंदोलन में उनके योगदान पर अपने-अपने विचार रखे।

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1 Comments

  1. ख़्याल तो बहुत अच्छा है लेकिन इसको व्यवहार में लाना नामुमकिन है

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