पौधो की बच्चों की तरह करें परवरिश - रश्मि गुप्ता (आईएएस)
संवाददाता-राकेश अग्रवाल ✍🏻
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झुंझुनू,- 30 जून। जिले में बुधवार को झुंझुनू पुलिस लाईन परिसर में नवाचार करते हुए अमृता कन्या वाटिका का शुभारम्भ किया गया। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ अभियान के तहत महिला अधिकारिता विभाग एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में महिला पुलिसकर्मियों के सम्मान के तौर पर उनके नाम से पौधारोपण किया गया। पौधारोपण कार्यक्रम महिला अधिकारिता विभाग ( Mahila Adhikarita, Directorate Of Women Empowerment) की आयुक्त (आईएएस) रश्मि गुप्ता (Rashmi Gupta IAS ) एवं पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के आतिथ्य में हुआ। इस मौके पर 500 से अधिक फलदार पौधे लगाए गए, जिनकी विशेष बात यह रही कि यह सभी पौधे महिला पुलिसकर्मियों ने अपने बच्चों को साथ लेकर लगाए और इनकी देखभाल की जिम्मेदारी स्वयं रखने का संकल्प लिया।
आयुक्त गुप्ता ने बताया कि महिला अधिकारिता विभाग की ओर से जिले में अमृता कन्या वाटिका विकसित की जा रही है, जिसमें फलदार पौधे लगाएं जाएंगे, ताकि महिलाओं एवं बच्चों में पोषण की कमी को दूर किया जा सकेगा। पौधारोपण से एक तरफ जहां परिसर हरा-भरा होगा तो वहीं उसकी सुंदरता में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने महिला पुलिस कर्मियों से कहा कि वे इन पौधों को बच्चों की तरह पाले और अपने बच्चों को इसकी देखभाल के लिए प्रेरित करें। इस पर महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे इस कार्य को पूरी लगन से निभाएंगी। आयुक्त ने कहा कि कोरोना काल में महिलाएं ज्यादा प्रभावित हुई हैं। उनके विभाग की महिला कार्मिकों ने इस वैश्विक महामारी के दौरान घर-घर जाकर कार्य किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संचालित वन स्टॉप सेंटरों को कोरोना में स्पेशल मद्द दिलवाने के लिए तैयार किया गया था, जिन्होंने बहुत ही सराहनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि विभागीय विश्लेषण में यह सामने आया है कि महिला अधिकारिता विभाग झुंझुनू विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की क्रियान्विति में अग्रणीय रहता है। उन्होंने कहा कि झुंझुनू जिला अच्छा काम कर रहा है अन्य जिलों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस लाईन में ऎसे पौधारोपण कार्यक्रम से परिसर को हरा भरा बनाने में मदद मिलेगी। यहां पर 500 से अधिक फलदार पौधे लगाए गए हैं, जिनकी सार संभाल का जिम्मा यहां रहने वाली महिला पुलिस कर्मियों को सौंपा गया है। राजस्थान पुलिस एवं महिला अधिकारिता विभाग की इस नई पहल से जिले के पर्यावरण संतुलन में मदद मिलेगी। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि वे भी पौधारोपण अभियान का हिस्सा बनें और एक पेड़ लगाने का संकल्प लेवें। उन्होंने बताया कि झुंझुनू पुलिस जिले में सामाजिक सरोकार के तहत परिण्डें लगाने एवं पौधे लगाने का कार्य भी थाना स्तर पर कर रही है। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, आईसीडीएस के उप निदेशक विजेन्द्र राठौड़, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मो. अनीष, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार, उपाधीक्षक लोकेन्द्र दादरवाल, कोतवाल मदन कड़वासरा, गोपाल ढाका, सीडीपीओ ज्योति रेपस्वाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
आयुक्त ने विभागीय योजनाओं की क्रियान्वित को सराहा
एक दिवसीय दौरे पर झुंझुनू आई महिला अधिकारिता विभाग की आयुक्त आईएएस रश्मि गुप्ता ने महिला अधिकारिता विभाग के झुंझुनू कार्यालय का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की और यहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिले में वास्तव में सराहनीय कार्य हो रहा है ,अन्य जिलों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने इस दौरान परिसर में लगाए गए न्यूट्री गार्डन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां पर जो फलदार पौधें लगाए गए है, वह पूरी तरह शुद्ध एवं पोष्टिक होंगे। उन्होंने परिसर में संचालित अमृता बैंक, सेनेटरी नेपकीन इकाई, सिलाई केन्द्र का भी अवलोकन किया। आयुक्त ने बीडीके अस्पताल में संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर तथा महिला थाना स्थित महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र का भी अवलोकन किया और यहां पर दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर उनके साथ महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला भी मौजूद रहे।
आयुक्त ने महिलाओं के उत्थान के लिए जिला कलक्टर से की चर्चा
झुंझुनू दौरे पर आई महिला अधिकारिता विभाग की आयुक्त रश्मि गुप्ता ने झुंझुनूं जिला कलक्टर उमरदीन खान (Jhunjhunu District Collector Umar Deen Khan IAS ) से उनके चैम्बर में मुलाकात की और जिले की महिलाओं के उत्थान के संबंध में चर्चा की। आयुक्त ने जिला कलक्टर से कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा घोषणा की गई है कि प्रदेश की महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क सेनेटरी नेपकीन वितरित की जाएगी। इसके लिए जिले में संचालित एसएचजी फैडरेशन अमृता बहूद्देश्यीय प्राथमिक सहकारी समिति लिमिटेड जो वर्तमान में सराहनीय कार्य कर रहा है, उसकी महिलाओं को इस योजना से जोड़कर इसका प्रभावी संचालन करवाया जाए, ताकि जिले में 5 लाख महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा और नेपकिन की वितरण व्यवस्था भी प्रभावी हो सकेगी। आयुक्त ने जिला कलक्टर से अमृता फैडरेशन को भूमि आवंटित करने या किसी बंद पड़े सरकारी भवन का आवंटन करने की भी बात कही।
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