World Nature Conservation Day- "एनवायरमेंट अवेयरनेस एंड क्लाइमेट चेंज" विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विद्यार्थी ने किया शुभारंभ

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स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और स्वस्थ मानव समाज की नींव- कुलपति, प्रो. अम्बरीष शरण विद्यार्थी

कुलपति ने महाविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात,तकनीकी शिक्षा के उन्नयन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर किया विचार विमर्श


Media Kesari (मीडिया केसरी)

अजमेर-28 जुलाई। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर अभियांत्रिकी महाविद्यालय अजमेर की तीन दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अम्बरीष शरण विद्यार्थी ने कहा कि हमारी धरती की रक्षा में संसाधनों के संरक्षण की अहम भूमिका है। प्रकृति के विभिन्न घटकों - जल, वायु, मिट्टी, ऊर्जा, वनस्पति, खनिज, जीव-जंतुओं आदि को संरक्षित करके पृथ्वी की प्राकृतिक सुंदरता में संतुलन बनाए रखा जा सकता है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इस बात के लिए जागरूक करता है कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और स्वस्थ मानव समाज की नींव है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य उन जानवरों और पेड़ों का संरक्षण करना है जो पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण से विलुप्त होने के कगार पर हैं।

World Nature Conservation Day  a three-day workshop on "Environment Awareness and Climate Change" launched by the Vice Chancellor of Bikaner Technical University, Prof. Ambarish Vidyarthi

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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मानता है कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और उत्पादक समाज की नींव है और वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए, हम सभी को अपने प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा, संरक्षण और स्थायी प्रबंधन के लिए भाग लेना चाहिए। हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा कि मनुष्य किस प्रकार प्रकृति का शोषण कर रहे हैं और इसके संरक्षण के लिए कदम उठा रहे हैं। प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन के कारण मनुष्य ग्लोबल वार्मिंग, विभिन्न बीमारियों, प्राकृतिक आपदाओं, बढ़े हुए तापमान आदि के प्रकोप का सामना कर रहा है।

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वर्तमान परिपेक्ष्य में कई प्रजाति के जीव जंतु एवं वनस्पति विलुप्त हो रहे हैं। विलुप्त होते जीव जंतु और वनस्पति की रक्षा का विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर संकल्प लेना ही इसका उद्देश्य है। प्रकृति संरक्षण का समस्त प्राणियों के जीवन तथा इस धरती के समस्त प्राकृतिक परिवेश से घनिष्ठ सम्बन्ध है। वस्तुतः प्रकृति के संरक्षण से ही धरती पर जीवन का संरक्षण हो सकता है। उन्होंने कहा की वृक्ष ही मनुष्य जीवन का आधार हैं। यह मनुष्य की हजारों जरूरतों को पूरा करते हैं। पेड़-पौधे न हों तो धरती पर हमारा जीवन असंभव है। इसलिए धरती को बचाने, पर्यावरण शुद्धता तथा ग्लोबल वार्मिग से बचने के लिए हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिएं। उन्होंने सभी को पौधारोपण से प्रकृति संरक्षण में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया।

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इस अवसर पर कुलपति  द्वारा वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय अजमेर का दौरा व निरीक्षण किया गया तथा प्राचार्य डॉ. रेखा मेहरा ने महाविद्यालय की विभिन्न वर्तमान गतिविधियों और समस्याओं से कुलपति को अवगत कराया। कुलपति प्रो. विद्यार्थी ने महाविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल से आत्मीयता के साथ मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया और दिशा निर्देश प्रदान किए। 


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इस अवसर पर उन्होंने महाविद्यालय के नवाचार एवं विभिन्न गतिविधियों एवं कार्मिकों की सराहना की और उन्हें प्रेरित किया कि वे निरंतर इसी प्रकार समर्पण के साथ तकनीकी शिक्षा के में अपना योगदान सुनिश्चित करें।कुलपति ने इस आयोजन के लिए महाविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया और बधाई दी।

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