इस आशा सहयोगिनी के ज़ज़्बे को लाखों सलाम... लोग नहीं आए तो तेज हवाओं के बीच 45 मिनट तक ख़ुद नाव चलाकर टीम के साथ odafala टापू पहुँची, किया वैक्सीनेशन

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कोरोना वारियर्स आशा सहयोगिनी कमला की हिम्मत और ज़ज़्बे को सलाम

टापू पर बसे लोग वैक्सीन के लिए नहीं आए तो खुद पहुंची टीम को लेकर, किया वैक्सीनेशन


Media Kesari (मीडिया केसरी)

डूंगरपुर-4 अगस्त।  ...और नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, जब धाराएं प्रतिकूल ना हो....’ इन पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया राजस्थान के सुदूर दक्षिण में स्थित डूंगरपुर जिले के कोरोना वारियर्स आशा सहयोगिनी कमला के ज़ज़्बे ने।

डूंगरपुर जिले के सीमलवाड़ा ब्लॉक के पीएचसी कोचरी अन्तर्गत सलाखड़ी गांव क्षेत्र में ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब टापू पर रह रहें लोग वैक्सीनेशन के लिए नही आएं तो मानसूनी मौसम और जोरों से चल रही हवाओं के थपेड़ों की परवाह नही करते हुए अपनी धैर्यवान नाविक आशा सहयोगिनी कमला की हिम्मत की बदौलत टीम सुदूर टापूओं पर पहुंची तथा वहां रह रहें लोगों का वैक्सीनेशन किया।

तेज हवाओं के बीच 45 मिनट तक ख़ुद नाव चलाकर टीम के साथ  टापू पहुंची यह आशा सहयोगिनी, किया वैक्सीनेशन। cmho dr rajesh sharma


सीएमएचओं डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला के नेतृत्व में जिले में पूरी सक्रियता के साथ टीकाकरण कार्य किया जा रहा है। वैक्सीनेशन करवाने के प्रशासन के प्रयासों में जांबाज स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं कोरोना वारियर्स कड़ी से कड़ी चुनौती का सामना करके भी गांव-गांव स्वास्थ्य सेवाएं देते हुए वैक्सीनेशन का कार्य कर रहें हैं। जिले की सभी सीएचसी, पीएचसी व ब्लॉक के अन्तर्गत वैक्सीनेशन से वंचित लोगों तक पहुंचने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

इसी क्रम में ओड़ाफला टापू एवं बेडाफला टापू पर रह रहे लोग चारों ओर करीब एक किलोमीटर चौड़ाई क्षेत्र में पानी आने से वैक्सीनेशन कराने सेन्टर पर नहीं आ पा रहे थे। ऐसे में आशा सहयोगिनी कमला ने अद्भूत साहस दिखाते हुए मेडिकल टीम को नाव में बैठाया और स्वयं उसकी खेवनहार बनकर तेज हवाओं के बीच 45 मिनट तक नाव चलाते हुए ओड़ाफला टापू पर बसे परिवारों के बीच पहंुची तथा वहां लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर तैयार किया, कोरोना वारियर्स की यह कर्तव्य परायणता हम सब को हौंसला देती है।

तेज हवाओं के बीच 45 मिनट तक ख़ुद नाव चलाकर टीम के साथ  टापू पहुंची यह आशा सहयोगिनी, किया वैक्सीनेशन cmho dr rajesh sharma


सीमलवाड़ा बीसीएमओं डॉ. नरेन्द्र प्रजापत ने बताया कि ओड़ाफला टापू तथा बेडफला टापू पर कुल 32 मकानों में 137 लोग रहते हैं। दोनों टापू साल भर पानी से घिरे रहते हैं। सामान्य दिनों में लोग चप्पू से चलने वाली नाव से आना जाना करते हैं, लेकिन बारिश के दिनों में पानी ज्यादा मात्रा में आने तथा तेज हवाओं के चलने के कारण से इन लोगों का आना-जाना बंद हो जाता है। ऐसे में सभी परिवार वैक्सीन से वंचित थे। ऐसे में दोनों टापूओं पर रह रहें लोगों तक पहुुंचना और वैक्सीनेशन करना एक चुनौती पूर्ण कार्य था, जिसे हमारे कोरोना वारियर्स पूरी लगन और मेहनत के साथ कर रहें है।

प्रभारी अधिकारी डॉ. चन्द्रवीर परमार ने बताया कि मानसून के मौसम में पानी की आवक बढ़ने तथा लगातार तेज हवाओं के चलने के कारण टापू पर रह रहें लोगों तक पहुंचने में कठिनाई आ रही थी। ओड़ाफला टापू पर बसे परिवारों को वैक्सीन लगाने के लिए पहले दिन मेडिकल टीम गई। टीम के सदस्य नाव में बैठकर ओड़ाफला टापू की ओर चल भी दिये थे लेकिन हवाएं ज्यादा तेज होने से नाव हिचकोले खाने लगी थी और टीम को वापस लौटना पड़ा। ऐसे में दूसरे दिन टीम पुनः वहां जाने के लिए रवाना हुई । मानसून के मौसम में तेज चल रही हवाओं के कारण नाव हिचकोले खाने लगी। टापू तक पहुंचना चुनौती भरा कार्य था। ऐसे में आशा सहयोगिनी कमला ने कमाल की हिम्मत दिखाई। एक बारगी तो हवाएं तेज चलने से टीम के सदस्यों के दिल की धड़कने बढ़ गई थी लेकिन किसी ने भी हिम्मत नहीं हारी, सबसे ज्यादा हिम्मत का काम तो नाव चला रही आशा सहयोगिनी कमला ने किया। उसने ना तो खुद हिम्मत हारी ओर ना ही किसी सदस्यों को हारने दी और लगातार लगभग पौन घंटे तक चप्पू से नाव चलाकर पूरी टीम कांतिलाल डामोर मेंल नर्स, शिल्पा डामोर, सुशीला डामोर, गीता डामोर, ईना बामणिया, लक्ष्मी कटारा को लेकर टाूप पर पहुंची तथा वहां रहने वाले लोगों की भ्रांतियों को दूर कर वैक्सीनेशन किया गया। उन्होंने बताया कि कोविड टीका लगाने के लिए शुरुआती प्रतिरोध के बाद लगातार समझाईश के परिणाम स्वरूप अब टापू पर रह रहें लोगों में भी टीकाकरण के प्रति भ्रांतियां दूर हुई है तथा लोग टीकाकरण करवाने लगे हैं। सभी लक्षित लोगों को टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे शीघ्र ही हासिल कर लिया जाएगा।

तेज हवाओं के बीच 45 मिनट तक ख़ुद नाव चलाकर टीम के साथ  टापू पहुंची यह आशा सहयोगिनी, किया वैक्सीनेशन। cmho dr rajesh sharma


उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि जिले में चिकित्सा विभाग की टीम के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं, आशा सहयोगिनी भी कंधे से कंधा मिलाकर वैक्सीनेशन में पूरा सहयोग कर रही है। आंगनवाड़ी केन्द्र सालाखेडी में कार्यरत आशा सहयोगिनी कमला द्वारा किया गया कार्य उसकी कर्तव्यपरायणता और काम के प्रति ज़ज्बें को दर्शाता है। ऐसे कोरोना वारियर्स की बदौलत ही हम कोरोना से जंग जीतने में कामयाब होंगे।

जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला ने सराहना करते हुए कहा कि डूंगरपुर जिले में दूर दराज जमीन से कटे हुए तथा अथाह जल राशि के मध्य टापुओं में बसे लोगों को वैक्सीनेशन करवाने के लिए कोरोना वारियर्स आशा सहयोगिनी कमला ने जो ज़ज़्बा दिखाया है वह वाकई बहुत काबिले-तारीफ़ है। उन्होंने चिकित्सा एवं आंगनवाड़ी विभाग के कोरोना वारियर्स के समन्वित प्रयासों द्वारा वंचितों के वैक्सीनेशन के लिए किये जा रहें प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

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