वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कमीशन ( WHRPC) ने दिल्ली में दी उपाधि, उपाधि को है अंतरराष्ट्रीय मान्यता
Media Kesari (मीडिया केसरी)
नई दिल्ली- वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कमिशन (WHRPC) ने नई दिल्ली में कंप्यूटर ऍप्लिकेशन एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (computer application and information technology) के क्षेत्र में ओड़ीसा (Odisha) के निवासी पी प्रशांत (P. Prasant) को मानंद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की।
WHRPC द्वारा दी गयी इस उपाधि को भारत सरकार के विधि और न्याय मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त है और यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्य है।
डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त होने पर डॉक्टर पी प्रशांत ने कहा :- कड़ी मेहनत करने से फल म्मिलता है। समाज में मेरे निरंतर योगदान को आखिरकार मान्यता मिली है। साइबर सुरक्षा के लिए यूनिसेफ द्वारा वित्त पोषित, विश्व मानवाधिकार संरक्षण आयोग (डब्ल्यूएचआरपीसी), यूएसए से मानद डॉक्टरेट प्राप्त करने के लिए शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है, यह इतना अद्भुत एहसास है। मेरे माता-पिता और परिवार का आभार जो इस उपलब्धि के लिए हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। मुझे इतना सक्षम बनाने के लिए ईश्वर का धन्यवाद।
इस समारोह में मेधा पाटकर (Medha Patkar), नीलांबर आचार्य (नेपाल के पूर्व मंत्री एवं भारत में नेपाल के वर्तमान राजदूत), डॉ फोटिसेक जिरासेक (काउंसलर - चेक गणराज्य का दूतावास), Jyoti Kalra (सदस्य - राष्ट्रीय मानविधिकार आयोग), न्यायमूर्ति राजेश टंडन (अध्यक्ष - उत्तराखंड विधि आयोग ), Madan Bezbaruah (संयुक्त राष्ट्र डब्लूटीओ के स्थायी प्रतिनिधि), Gour Kantilal, Abhinna Kumar Hota और अन्य उपस्थित थे।
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