Adani Ports and SEZ Cargo Volume up 47% and Total Revenue 56% in H1 FY22 वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में APSEZ का कुल राजस्व 56% बढ़ा !

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Synopsis


8,089 करोड़ रुपये का समेकित राजस्व - 56% की वृद्धि

4,826 करोड़ रुपये का समेकित ईबीआईटीडीए - 47% की वृद्धि

4,458 करोड़ रुपये का पोर्ट ईबीआईटीडीए - 47% की वृद्धि


144 एमएमटी की कुल हासिल कार्गो वॉल्यूम - 47% की वृद्धि

अखिल भारतीय कार्गो में बाजार हिस्सेदारी 28.6% तक पहुंच कर 310 बीपीएस बढ़ी 


कंटेनर सेगमेंट में बाजार हिस्सेदारी42.5% पहुंच कर 144 बीपीएस बढ़ी 


एसबीटीआई के लिए हस्ताक्षर किया, जो व्यवसायों के लिए 1.5-डिग्री सेंटीग्रेड वाले भविष्य के अनुरूप नेट-ज़ीरो लक्ष्य निर्धारित करना अनिवार्य बनाता है


By- Media Kesari Desk


अहमदाबाद - भारत में सबसे बड़ी परिवहन यूटिलिटी और डायवर्सिफायड अदाणी ग्रुप के एक हिस्से, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड Adani Ports and Special Economic Zone Ltd (APSEZ) ने  30 सितंबर 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही और छमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की।

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वित्तीय प्रदर्शन

                           (राशि करोड़ रुपये में)

विवरण वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही वृद्धि

कार्गो (एमएमटी) 144 98 47%

समेकित राजस्व 8,089 5,195 56%

समेकित ईबीआईटीडीए* 4,826 3,288 47%

पोर्ट राजस्व 6,347 4,336 46%

पोर्ट ईबीआईटीडीए 4,458 3,043 47%

पोर्ट ईबीआईटीडीए मार्जिन 70% 70%

फॉरेक्स मार्क-टू-मार्केट हानि/(लाभ) 335 (485)

असाधारण मद से पहले पीबीटी 3,105 2,740 13%

पीएटी 2,310 2,152 7%

ईपीएस (रुपये में) 11.07 10.56 5%

ईबीआईटीडीए में फॉरेक्स मार्क-टू-मार्केट हानि/(लाभ) शामिल नहीं है। वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही के ईबीआईटीडीए में 80 करोड़ रुपये का एकमुश्त (वन-टाइम) दान शामिल नहीं है।


करण अदाणी, चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर एवं होलटाइम डायरेक्टर, एपीएसईज़ेड ने कहा कि  एपीएसईज़ेड ने पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है, जो हमारी विकास गाथा का प्रमाण है। उच्च-विकास वाले क्षेत्रों पर ध्यान देने के साथ भौगोलिक विस्तार की हमारी रणनीति, कार्गो मिक्स को संतुलित करना, लॉजिस्टिक्स बिजनेस में, विशेष रूप से रेल परिवहन में विस्तार, और ग्रेड-ए वेयरहाउसिंग सेगमेंट में प्रवेश करना , एक 'ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी' बिजनेस मॉडल की ओर हमारे बढ़ते कदम को दर्शाता है और हमारी बाजार हिस्सेदारी में निरंतर वृद्धि के रूप में परिणाम सामने है। वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही में श्रीलंका में कोलंबो में एक ग्रीनफील्ड पोर्ट के साथ, सरगुजा रेल, दिघी पोर्ट और गंगावरम पोर्ट का हमारा अधिग्रहण, उसी दिशा में उठा हुआ कदम हैं। हम वित्त वर्ष 21-22 के लिए अपने वॉल्यूम लक्ष्य को हासिल करने की राह पर हैं जो एपीएसईज़ेड के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण वर्ष साबित होगा।


हम रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग और मैंग्रोव वनीकरण और स्थलीय वृक्षारोपण के जरिये कार्बन ऑफसेटिंग पर ध्यान देने के साथ, 2025 तक कार्बन-न्यूट्रल के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। नेट-ज़ीरो की राह पर चलते हुए हम एक रणनीति पर काम कर रहे हैं, और हमने दुनिया में सबसे शीर्ष सस्टेनेबल पोर्ट कंपनी बनने के उद्देश्य से नई टेक्नोलॉजी, और अपने परिचालन तथा सेवाओं के डिजिटलीकरण और ऑटोमेशन में निवेश करना जारी रखा हुआ है।


वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में बिजनेस संबंधी मुख्य विशेषताएं - (वर्ष-दर-वर्ष)


परिचालन संबंधी खास बातें 

पोर्ट बिजनेस 

अदाणी पोर्ट्स ने वित्तवर्ष21 की पहली छमाही के 98 एमएमटी कार्गो की तुलना में, वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में 144 एमएमटी कार्गो संभाला, जो अखिल भारतीय स्तरों पर दर्ज 16% वृद्धि की तुलना में 47% की वृद्धि रही।

मुंद्रा को छोड़कर, पोर्ट पोर्टफोलियो में 91% की वृद्धि हुई। जबकि मुंद्रा लगातार पगति कर रहा है(दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है), पोर्टफोलियो में शामिल अन्य पोर्ट (विशेष रूप से पूर्वी तट पर) तेजी से प्रगति कर रहे हैं, और इस वजह से वे एक संतुलित पोर्टफोलियो की ओर बढ़ रहे हैं।

पूर्वी तट पर पोर्ट्स में 134% की वृद्धि हुई और पश्चिमी तट के पार्ट्स ने 26% की वृद्धि दर्ज की।

मुंद्राकेअलावा, धामरा, हजीरा और दाहेज पोर्ट्स ने भी दोहरे अंकों में वृद्धि दर्ज की।

कार्गो वॉल्यूम में वृद्धि में सबसे अधिक वृद्धि शुष्क कार्गो के कारण हुई जो59% बढ़ी, कंटेनर में 42% और तरल पदार्थों (कच्चे तेल सहित) में 27% की वृद्धि हुई।


कंटेनर सेगमेंट में, एपीएसईज़ेड ने अखिल भारतीय स्तर पर परिचालित 9.67 मिलियन टीईयू में से 4.11 मिलियन टीईयू को संभाला। एपीएसईज़ेड ने अखिल भारतीय स्तरों पर हुई 30% की वृद्धि की तुलना में 42% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की, जिससे बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 42.5% (144 बीपीएस का लाभ) हो गई।

मुंद्रा3.2 मिलियन टीईयू के साथ सबसे बड़ा कंटेनर हैंडलिंग पोर्ट बना हुआ है।


लॉजिस्टिक्स बिजनेस


भारत में सबसे बड़े और सबसे डायवर्सिफाइड प्राइवेट रेल ऑपरेटर, अदाणी लॉजिस्टिक्स ने रेल वॉल्यूम में 179,377 टीईयू के साथ 23% की वृद्धि, और टर्मिनल वॉल्यूम में 134,136 टीईयू के साथ 17% की वृद्धि दर्ज की।

अदाणी लॉजिस्टिक्स ने अपने रोलिंग स्टॉक का विस्तार किया है और जीपीडब्ल्यूआईएस स्कीम के अंतर्गत 8 नए बल्क रेक जोड़े हैं, जिससे कुल रेकों की संख्या 69 हो गई है।


वित्तीय विशिष्टताएं

राजस्व

समेकित राजस्व में 56% की वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही के 5,195 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,089 करोड़ रुपये हो गया।

पोर्ट राजस्व 46% बढ़कर 6,347 करोड़ रुपये हो गया। लॉजिस्टिक्स बिजनेस से प्राप्त राजस्व 546 करोड़ रुपये रहा, जो 27% की वृद्धि है।


ईबीआईटीडीए

राजस्व में 56% की वृद्धि के कारण, समेकित ईबीआईटीडीए वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही के 3,288 करोड़ रुपये से 47% बढ़कर 4,826 करोड़ रुपये हो गया।

कार्गो वॉल्यूम और निरंतर परिचालन उत्कृष्टता दोनों में वृद्धि के कारण, पोर्ट ईबीआईटीडीए 47% वृद्धि दर्ज करते हुए, वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही के 3,043 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में 4,458 करोड़ रुपये हो गया।

लॉजिस्टिक्स बिजनेस में ईबीआईटीडीए 41% बढ़कर 135 करोड़ रुपये हो गया। ईबीआईटीडीए मार्जिन भी 25% बढ़कर 258 बीपीएस हो गया।



फ्री कैश फ्लो


परिचालन से हासिल फ्री कैश फ्लो (कार्यशील पूंजी परिवर्तन, कैपेक्स, और शुद्ध ब्याज लागत के समायोजन के बाद) 2,550 रुपये करोड़ रहा। 

इसमें गंगावरम पोर्ट और सरगुजा रेल कॉरिडोर (एसआरसीपीएल) से प्राप्त कैश फ्लो शामिल नहीं है। यदि (प्रो फॉर्मा बेसिस पर) शामिल किया जाए, तो कैश फ्लो 3,032 करोड़ रुपये होता है।

हम वित्त वर्ष 2022 के लिए निर्धारित फ्री कैश फ्लो हासिल करने की राह पर हैं।

वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही के दौरान, सितंबर '21 में डीजीएफटी द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, जो पात्रता शर्तों में संशोधन करती है, कंपनी ने एसईआईएस के अंतर्गत अपने प्राप्य के लिए धनराशि प्रदान किया है जो 405 करोड़ रुपये है और असाधारण आइटम के रूप में दर्शाया है। हालांकि, कंपनी ने उक्त आवेदन का, इसकी वैधता और रेट्रोस्पेक्टिव एप्लिकेशन को लेकर, विरोध किया है।


ईएसजी विशेषताएं


वातावरण

एपीएसईज़ेड ने साइंस-बेस्ड टारगेट्स इनिशिएटिव पर हस्ताक्षर किए हैं, जो व्यवसायों के लिए 1.5-डिग्री सेंटीग्रेड वाले भविष्य के अनुरूप नेट-ज़ीरो लक्ष्य निर्धारित करना अनिवार्य बनाता है। 

कार्बन पॉजिटिव संगठन बनने के दृष्टिकोण के साथ, एपीएसईज़ेड ने मैंग्रोव वनीकरण के लिए 1000-हेक्टेयर परियोजना, और गुनेरी में 40-हेक्टेयर ग्रासलैंड इकोसिस्टम पुनर्बहाली शुरू की है।

नेट-जीरो की राह पर जाने की रणनीति तैयार करने के हिस्से के रूप में, उत्सर्जन को कम करने के लिए ऊर्जा-खपत करने वाली बिजनेस प्रोसेसेज और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस की व्यापक समीक्षा की जा रही है।


कॉरपोरेट गवर्नेंस - बोर्ड चार्टर


एपीएसईज़ेड में गवर्नेंस के दिशा-निर्देशों का मूल्यांकन करना जारी है और बोर्ड ने निम्नलिखित की मंजूरी दी है:


बोर्ड समिति बोर्ड स्वतंत्रता

पुरानी नई 

लेखा परीक्षा समिति 75% 100%

नामांकन और पारिश्रमिक समिति 75% 100%

कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व समिति 33% कम से कम 75%

हितधारक संबंध समिति 67% कम से कम 50%

जोखिम प्रबंधन समिति 33% कम से कम 50%

विलय और अधिग्रहण समिति (नई) -- कम से कम 50%

कानूनी, नियामक और कर समिति (नई) -- कम से कम 50%

प्रतिष्ठा जोखिम समिति (नई) -- कम से कम 50%

कॉरपोरेट उत्तरदायित्व समिति (नई) -- 100%

सूचना प्रौद्योगिकी और डेटा सुरक्षा समिति (नई) -- कम से कम 50%



मुख्य रणनीतिक बातें 


एपीएसईज़ेड ने गंगावरम पोर्ट लिमिटेड (जीपीएल) में आंध्र प्रदेश सरकार (जीओएपी) की 10.4% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया, इसके साथ एपीएसईज़ेड की जीपीएल में 41.9% हिस्सेदारी हो गई है। एपीएसईज़ेड और जीपीएल के बोर्ड ने भी विलय को मंजूरी भी दे दी है जो (एनसीएलटी अनुमोदन के अधीन), 31 मार्च 2022 तक पूरी होने की उम्मीद है। यह अधिग्रहण न केवल पोर्ट नेटवर्क को और मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि एपीएसईज़ेड में वित्त वर्ष 21 के आंकड़ों में ~ 7% की ईपीएस एक्रिशन भी करेगा।

इस अवधि के दौरान एपीएसईज़ेड ने कृष्णापटनम पोर्ट में शेष 25% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया, ताकि इसे पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनाया जा सके। 

एपीएसईज़ेड ने ज्ञान और संसाधनों का सम्मिलन करते हुए, अपनी सभी रेल संपत्तियों को एक एकल व्यवसाय इकाई - सरगुजा रेल कॉरिडोर प्राइवेट लिमिटेड के तहत समेकित किया है, जिसके परिणामस्वरूप कॉस्ट सिनर्जी हासिल हुई है। कॉम्पोजिट स्कीम ऑफ अरेंजमेंट ने एपीएसईज़ेड को सभी हितधारकों के लिए अत्यधिक वैल्यू निर्माण करने के अपने दृष्टिकोण को साकार करने की राह पर रखा है और इसके साथ ही, भारतीय रेलवे की पीपीपी परियोजनाओं के अगले दौर में भागीदारी करने के लिए भी अच्छी स्थिति में रखा है।

वित्तीय और क्रेडिट मैट्रिसीज 

क्रेडिट मैट्रिक्स और प्रमुख अनुपात निर्देशित सीमा केभीतर हैं।

वित्तवर्ष2021 की पहली छमाही के लिए ईबीआईटीडीए का शुद्ध ऋण 3 गुने से 3.5 गुने की वांछित सीमा के भीतर बना हुआ है और यह 3.26 गुना है।

इसमें ईबीआईटीडीएऔर गंगावरम पोर्ट और सरगुजारेल कॉरिडोर (एसआरसीपीएल) से प्राप्त नकदी शामिल नहीं है।यदि (प्रोफॉर्माबेसिसपर) शामिलकियाजाताहै, तो ईबीआईटीडीए का शुद्ध ऋण 2.87 गुना है।


अवार्ड्स 

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सितंबर2021 में, मुंद्रा पोर्ट को इंडिया मैरीटाइम अवार्ड्स के 5वें संस्करण में बेस्ट पोर्ट ऑफ द ईयर और बेस्ट कंटेनर टर्मिनल ऑफ द ईयर (एआईसीटीपीएल) से सम्मानित किया गया।

धामरापोर्ट ने वर्ष2021 का 10वां एक्सीड एनवॉयरनमेंट अवार्ड प्राप्त किया।


अदाणी पोर्ट्स एवं स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन के बारे में


विश्व स्तर पर सक्रिय डायवर्सिफायड अदाणी ग्रुप का एक हिस्सा, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड एक पोर्ट कंपनी से विकसित होकर भारत के पोर्ट्स एंड लॉजिस्टिक्स प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है। देश के तटीय क्षेत्रों और दूरदराज के विशाल इलाकों से विशाल कार्गो वॉल्यूम की हैंडलिंग करते हुए और देश की कुल पोर्ट क्षमता के 24% प्रतिनिधित्व करते हुए, एपीएसईज़ेड भारत का सबसे बड़ा पोर्ट डेवलपर एवं ऑपरेटर है, जिसके पास रणनीतिक रूप से मौजूद 12 पोर्ट और टर्मिनल हैं जो गुजरात में मुंद्रा, दाहेज, टूना और हजीरा, ओडिशा में धामरा, गोवा में मारमुगाओ, आंध्र प्रदेश में गंगावरम, विशाखापत्तनम और कृष्णापत्तनम, महाराष्ट्र में दीघी, तमिलनाडु में कट्टुपल्ली और एन्नोर में स्थित हैं। कंपनी केरल के विजिंजम में एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी विकसित कर रही है। हमारे "पोर्ट्स टू लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म" में पोर्ट सुविधाएं, एकीकृत लॉजिस्टिक्स क्षमताएं, और औद्योगिक आर्थिक क्षेत्र शामिल हैं, जो वैश्विक सप्लाई चेन में होने वाले संपूर्ण बदलाव से लाभ उठाने की भारत की तैयारी को देखते हुए, हमें विशेष लाभदायक स्थिति में रखते हैं। हमारी सोच अगले दशक में दुनिया का सबसे बड़ा पोर्ट और लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म बनने की है। 2025 तक कार्बन न्यूट्रल होने के लक्ष्य के साथ, एपीएसईज़ेड साइंस बेस्ड टारगेट्स इनिशिएटिव (एसबीटीआई) के लिए हस्ताक्षर करने वाला पहला भारतीय पोर्ट और विश्व का तीसरा पोर्ट रहा, जो ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने के लिए उत्सर्जन में कमी लाने के लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है।


अधिक जानकारी के लिए, कृपया www.adaniports.com देखें।

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