Madrasa Parateachers Movement for Service Regularization
राज्य के हर जिले में प्रदर्शन करेंगे पैरा टीचर्स
डॉ. सैयद मोईनुल हक़ ✍🏻
Media Kesari (मीडिया केसरी)
जोधपुर। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत मदरसा पैरा टीचर्स ने अपने आंदोलन को और तेज करते हुए एक बार फिर इसका तरीका बदला है। अब तक राजधानी जयपुर में केंद्रित इस आंदोलन को राज्य भर में फैलाने का निर्णय लिया गया है। इसी के तहत हर ज़िले में आंदोलन शुरू कर दिया है। नई व्यूह रचना के तहत अब राज्य के सभी जिलों के जनप्रतिनिधियों और कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना देकर सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वही सरकार इस आंदोलन को खत्म करवाने के लिए प्रयासरत है।
Madrasa Parateachers will now raise their voice in every district of Rajasthan |
मदरसा पैरा टीचर्स को स्थाई करने सहित अपनी कुछ मांगों को लेकर राज्य के मदरसा पैरा टीचर्स लंबे समय से संघर्षरत हैं। गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने मदरसा पैरा टीचर्स से सहानुभूति जताते हुए अपनी सरकार आने पर उन को स्थाई करने का वादा किया था। इसी वादे पर कांग्रेस ने मदरसा पैरा टीचर्स, उनके परिजनों, शुभचिंतकों और समर्थकों से चुनाव में काफी वोट बटोरे थे लेकिन हमेशा की तरह सत्ता में आते ही कांग्रेस मदरसा पैरा टीचर्स को भूल गई और उनकी कोई सुध नहीं ली। इसी से नाराज होकर बीते वर्ष गांधीवादी नेता शमशेर भालू खान ने आंदोलन का ऐलान करते हुए दांडी यात्रा शुरू की थी। यात्रा सफलता की ओर बढ़ रही थी जैसे-जैसे शमशेर भालू खान का स्वास्थ्य बिगड़ रहा था वैसे ऐसे सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थी। इधर शमशेर के पैरों में बढ़ते छालों से उन का समर्थन बढ़ रहा था और उधर सरकार की मुश्किले बढ़ते हुए उस की चूले हिल रही थी। लेकिन सरकार ने यहां पर कूटनीतिक चाल चली और कुछ मुस्लिम जनप्रतिनिधियों को मध्यस्थ बनाकर शमशेर भालू खान और उनके मुट्ठी भर साथियों का एक सार्थक और निर्णायक दौर में पहुंच रहा आंदोलन आश्वासनों का पुलिंदा थमा कर समाप्त करवा दिया।
उस वक्त वादा किया गया था कि मदरसा पैरा टीचर्स की मांगों को शीघ्र पूरा किया जाएगा लेकिन फिर वही हुआ जो आमतौर पर होता है। सरकार अपने वादे को फिर भूल गई। इन हालात में मदरसा पैराटीचर ने एक बार फिर आंदोलन शुरू किया जिसे जयपुर में केंद्रित रखा गया। विभिन्न चरणों में होता हुआ ये आंदोलन आमरण अनशन और महापड़ाव तक पहुंचा। इस बीच मदरसा पैरा टीचर्स ने अपने इस आंदोलन का स्वरूप बदलने का फैसला लिया। अब आंदोलन को जयपुर में केंद्रित करने की बजाय राज्य भर में फैलाने का फैसला लिया गया।
इसी के तहत जोधपुर में कांग्रेस कार्यालय और शहर विधायक मनीषा पवार के घर के बाहर मदरसा पैरा टीचर्स ने धरना दिया और प्रदर्शन किया। मदरसा पैरा टीचर्स का कहना है कि उन्होंने अपने आंदोलन का तरीका बदला है तेवर नहीं। इन पैरा टीचर्स का कहना है कि 'अभी नहीं तो कभी नहीं' के मूल मंत्र के साथ वो आंदोलन को तब तक जारी रखेंगे जब तक उनकी मांगें मान ली नहीं जाती। वहीं जयपुर में चल रहा आंदोलन वहां जारी रहेगा। गौरतलब है कि मदरसा पैरा टीचर्स के आंदोलन को विभिन्न संस्थाओं द्वारा अच्छा समर्थन दिया जा रहा है।
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