इतने सारे पुरस्कार जीतने के बाद यह आदमी एक साधारण पायजामा और चप्पल के साथ चलता है !
Tushaba Sayed ✍🏻
Media Kesari
Mumbai
August 17,2022
भाषा और बोलचाल के प्रशिक्षण की दुनिया में कुलविंदर बख्शीश ( Kulvinder Bakshish) एक जाना-माना नाम है।वह एक अनुभवी थिएटर कलाकार भी हैं। ग्वालियर के रहने वाले इस शख्स ने मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) को लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) की ट्रेनिंग दी है। आमिर खान के साथ अपने जुड़ाव के बारे में बोलते हुए वे कहते हैं, "चार साल पहले मेरे एक बहुत करीबी दोस्त- अभिनेता निर्देशक अंशुमान झा- ने मुझे बताया था कि आमिर खान एक पंजाबी बोली कोच की तलाश में हैं। इसलिए मैं उनसे उनके जिम में मिला और हमने लाल सिंह चड्ढा के बारे में बात की और उन्होंने मुझसे मेरे काम के बारे में कुछ बातें पूछीं। उस समय तक मुझे पता चला कि यह फिल्म हॉलीवुड फिल्म फॉरेस्ट गंप का आधिकारिक रूपांतरण है। मुझे जो मुख्य कार्य करने के लिए कहा गया वह वह भाषा है जो आमिर खान फिल्म में बोलेंगे और इसे सभी को समझना होगा। जैसा कि हम जानते हैं कि पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भाषा बोलने के अलग-अलग तरीके हैं।”
Language coach Kulvinder Bakshish shared his experience of training Aamir Khan for Laal Singh Chaddha |
तो क्या पहली मुलाकात डराने वाली थी?
वे कहते हैं, ''हालांकि मैं काफी नर्वस था लेकिन आमिर खान के हावभाव से सब कुछ ठीक हो गया.''
कुलविंदर कहते हैं, "आमिर खान के लिए यह एक ड्रीम प्रोजेक्ट है और यह यात्रा चार साल तक चलती है। शूटिंग शुरू करने से पहले हमने 7-8 महीने तक रिहर्सल किया है। शुरू में उन्होंने प्रामाणिक पंजाबी भाषा सीखी लेकिन जब उन्होंने बोलना शुरू किया कि फिल्म के संवादों के रूप में, हमें एहसास हुआ कि कोई भी इसे समझ नहीं रहा है। तो फिर हमने तय किया कि अगर कोई सरदार हिंदी बोलने की कोशिश करेगा तो कैसा लगेगा? और यह काम कर गया। ”
एक छात्र के रूप में आमिर के बारे में पूछे जाने पर कुलविंदर कहते हैं, "वह एक साधक हैं, मैं कहूंगा कि वह एक चल रहे विश्वकोश हैं। विशेष रूप से जब फिल्मों, सेट, ध्वनि, तकनीकी की बात आती है तो वह फिल्म निर्माण के बारे में सबकुछ जानते हैं। एक बार जब उसे यकीन हो जाएगा कि वह डुबकी लगा लेगा। हालाँकि मैं उनके पास बोली सिखाने गया था, लेकिन प्रक्रिया के अंत में मैंने बहुत कुछ सीखा है और यह न केवल उनके कौशल के बारे में है, बल्कि उनकी सादगी, जीवन को देखने के उनके तरीके के बारे में है।
इतने सारे पुरस्कार जीतने के बाद आदमी एक साधारण पायजामा और चप्पल के साथ चलता है।”
News in English
Language coach Kulvinder Bakshish shares his experience of training Aamir Khan for Laal Singh Chaddha
Tushaba Sayed ✍🏻
Mumbai
Kulvinder Bakshish is a renowned name when it comes to language and diction training, he is also a veteran theatre performer. The guy who hails from Gwalior has given the training to Mr Perfectionist Aamir Khan for Laal Singh Chaddha. Speaking about his association with Aamir Khan he says,”Four years ago one of my very close friends- actor director Anshuman Jha- told me that Aamir Khan is looking for a Punjabi dialect coach. So I met him in his gym and we spoke about Laal Singh Chaddha and he asked me a couple of things about my work. By that time I got to know that this film is an official adaptation of the Hollywood film Forrest Gump. The main task I was asked to do is the language which Aamir Khan will speak in the movie and it has to be understood by all. As we know various parts of Punjab have different ways of speaking the language.”
So was the first meeting intimidating? He says,”Though I was quite nervous but with Aamir Khan’s gesture it all went nicely.” Kulvinder adds,”It’s a dream project for Aamir Khan and the journey continues for four long years. Before he started shooting we rehearsed for 7-8 months. Initially he learnt the authentic Punjabi language but when he started speaking that in the form of dialogues from the film, we realised no one was understanding that. So then we decided if a Sardar tried to speak Hindi how it would sound? And that worked.”
Asked about Aamir as a student Kulvinder says,”He is a seeker, I would say he is a running encyclopedia. Specially when it comes to films, set, sound, technicalities he knows everything about film making. One more important aspect of him which I have observed is his perfection if he is not convinced on something he will never attempt that. Once he is sure he will take the plunge. Though I have gone to teach him the dialect but at the end of the process I have learnt a lot and this is not only about his skills but about his simplicity, his way of seeing life. After winning so many awards the man walks with a simple pyjama and slippers.”
Kulvinder earned a Master in Arts from Jiwaji University Gwalior, M.P. After his degree, he got trained in Manipuri Martial Arts THANG TA, and in various folk dances like naga dance from Nagaland, Jhumar from Orissa, Laiharova from Manipur, Beladila from Bastar.
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