अक्षय भटनागर ने बताई ऑटिज़्म के विरुद्ध अपने संघर्ष की कहानी
Media Kesari
Jaipur (Rajasthan)
जयपुर-- सामाजिक सरोकारों के लिए स्वप्रेरित, उत्साही व प्रतिबद्ध चिरंजीव केसरी के समर्पित सदस्यों द्वारा अभिव्यक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत ऑटिज़्म जागरूकता हेतु परिचर्चा का आयोजन जयपुर के विद्याश्रम स्कूल के सुरुचि केन्द्र में किया गया। डॉ शांति जौहरी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। तत्पश्चात शांभवी वर्मा ने सुंदर व कलात्मक नृत्य अभिव्यक्ति द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की।
परिचर्चा के प्रथम सत्र में विशेष रूप से आमंत्रित प्रतिभा भटनागर, ऑटिज़्म पीड़ित की मॉं जिन्होंने 30 वर्ष से अधिक की तपस्या से उस बच्चे को पढ़ा- लिखाकर स्वावलंबी बना दिया के साथ सुप्रसिद्ध, लेखिका APC समूह की संस्थापक और आकाशवाणी से जुड़ी शिवानी शर्मा जयपुर ने उनकी संघर्ष यात्रा पर सवाल-जवाब के माध्यम से पूरी तस्वीर खींची।
परिचर्चा के क्रम को आगे बढ़ाते हुए सुप्रसिद्ध कथाकार, व्यंगकार व समीक्षक कविता मुखर ने ऑटिज़्म के विरुद्ध संघर्ष के विजेता अक्षय भटनागर व उनकी मॉं और पिता नवनीत भटनागर से बात कर बहुत - सी जिज्ञासाओं को शांत किया।
हॉल तालियों से गूॅंज उठा जब अक्षय भटनागर ने स्वयं अपनी उपलब्धियां बताईं। सभी श्रोताओं के प्रश्नों का अतिथियों ने सुंदर जवाब दिया और ऑटिज्म के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में अद्भुत योगदान दिया । राष्ट्रीय आयुर्वैद संस्थान के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश नागर ने उपचार और निदान के विषय में अपनी बात कही । ऑटिज्म के क्षेत्र में विगत 35 वर्ष से अनवरत कार्य कर रहे रवि हूजा जी ने ऑटिज्म और उसके प्रति समाज में आई चेतना पर प्रेरणादायक वक्तव्य दिया।
कार्यक्रम का संयोजन चिरंजीव केसरी की तरफ से शैलेश सोनी चिरंजीव , डॉ शांति जौहरी , जिगिशा सोनी व कृष्ण वर्धन सोनी ने किया, वहीं संचालन डॉ नेहा पारीक ने किया।
डॉ नेहा पारीक ने अपने अद्भुत संचालन से अंत तक सभी श्रोताओं को परिचर्चा से जोड़े रखा ।
अंत में विशिष्ट अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। शैलेश सोनी चिरंजीव ने आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया व विद्या आश्रम स्कूल का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सुरुचि केंद्र को इस्तेमाल करने की अनुमति दी।
इनकी रही गरिमामय उपस्थिति-
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान , जयपुर के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश नागर , कथक नृत्यांगना शांभवी वर्मा ,डिवाइन सोल फाउंडेशन के संस्थापक रमेश शर्मा, बोधि प्रकाशन के निदेशक एवं सुप्रसिद्ध कवि मायामृग, अमराई समूह के संस्थापक साकार श्रीवास्तव ,जयपुर इंटरनेशनल पोएट्री लाइब्रेरी के संस्थापक राहुल चौधरी , जयपुर बुक लवर्स क्लब से लोकेंद्र राठौर, ऑटिज्म के क्षेत्र में 35 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत वरिष्ठ समाज सेवी रवि हूजा , प्रसिद्ध गायक रितेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ लेखिका और कवियत्री प्रशंसा श्रीवास्तव ,आध्यात्मिक गुरु मनीष वर्मा ,रमेश जैन , इंग्लिश की प्रोफेसर डॉ नेहा पारीक राजकीय सीनियर स्कूल की प्रिंसिपल व वरिष्ठ लेखिका ज्योत्सना सक्सेना व रजनी भारद्वाज , इंग्लिश व्याख्याता नरेंद्र लुहाना, शुभम शर्मा , पुनीत, निरंजन खत्री , वरिष्ठ कवि अरुण ठक्कर, वरिष्ठ लेखिका विनीता किरण , यूनिसेफ की और से वरिष्ठ समाज सेवक व प्रसिद्ध लेखक महेश कुमार, कला मंजर समूह की अध्यक्ष शोभा सक्सेना, समाज सेवक मनोज अरोड़ा ,वीरेंद्र प्रताप, नवनीत भटनागर, स्नेह लता शर्मा , वरिष्ठ कवि, पत्रकार व प्रकाशक माया मृग सर, वरिष्ठ कवि व मशहूर अंतरराष्ट्रीय साहित्य पत्रिका माही संदेश के संस्थापक रोहित कृष्ण नंदन, कलामंजर समूह की संस्थापक व समाजिक कार्यों विशेषकर दिव्यांग जनों के लिए कार्य कर रहीं वरिष्ठ लेखिका मीनाक्षी माथुर व ऑटिज्म बच्चों के परिजनों की उपस्थिति ने कायक्रम को नई ऊंचाई प्रदान की
1 Comments
बहुत बढ़िया रिपोर्ट
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