New District in Rajasthan:- जयपुर ग्रामीण मे शामिल न हो सांभर - कैलाश शर्मा

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Media Kesari

Jaipur (Rajasthan)

जयपुर- जयपुर जिला देहात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैलाश शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सांभर को प्रस्तावित जयपुर ग्रामीण मे शामिल नहीं किए जाने का आग्रह किया है और कहा है कि सांभर को जिला बनाया जाए। 

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार रात हुई राजस्थान मंत्रिमंडल की बैठक में जयपुर ग्रामीण को जिला बनाने पर सहमति हुई थी। इस प्रस्तावित जयपुर ग्रामीण जिले में सांभर-फुलेरा को भी शामिल करने की बात कही गई है।

जयपुर- जयपुर जिला देहात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैलाश शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सांभर को प्रस्तावित जयपुर ग्रामीण मे शामिल नहीं किए जाने का आग्रह किया है और कहा है कि सांभर को जिला बनाया जाए।   उल्लेखनीय है कि शुक्रवार रात हुई राजस्थान मंत्रिमंडल की बैठक में जयपुर ग्रामीण को जिला बनाने पर सहमति हुई थी। इस प्रस्तावित जयपुर ग्रामीण जिले में सांभर-फुलेरा को भी शामिल करने की बात कही गई है।

कैलाश शर्मा ने पत्र में कहा है कि यह स्थिति सांभर के साथ अन्याय है। आजादी के पहले ब्रिटिश राज व रियासत काल में सांभर जिला था, लेकिन आजादी के बाद यह दर्जा छीन लिया गया था।

पत्र में जानकारी दी गई है कि जब दूदू के साथ कोई और विधानसभा क्षेत्र व तहसील-उपखंड जाने को तैयार नहीं तो दूदू को जबरन जिला बनाने का औचित्य नहीं है, बल्कि सांभर को जिला बनाकर उसमें दूदू उपखंड तथा नागौर जिले के नावां उपखंड को शामिल करना वर्तमान परिस्थितियों में श्रेष्ठ समाधान है।

बताया गया है कि सांभर झील वैश्विक धरोहर है और आजादी के बाद नागौर जिले की नावां तहसील में रहने तथा नागौर जिला-नावां तहसील प्रशासन द्वारा 76 साल से लापरवाही बरतने के कारण यह झील विनाश की ओर अग्रसर है। झील क्षेत्र के 5000 हैक्टेयर इलाके में अतिक्रमण है और पानी की चोरी हो रही है। झील की संपूर्ण सुरक्षा के लिए इसका एकीकृत सांभर जिले में होना अति आवश्यक है।

पत्र में जानकारी दी गई है कि अन्य नये जिला मुख्यालयों से क्या लाभ होंगे, इसका तो वहाँ की स्थिति का अध्ययन कर बताया जा सकता है, लेकिन सांभर जिला बनने से इलाके में 25 हजार करोड़ रुपए का नया निवेश आएगा। एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार तथा राजस्थान सरकार को 6000 करोड़ रुपए वार्षिक का राजस्व मिल सकेगा। इसके अलावा डेडिकेटेड फ्रैट कारीडोर इलाके में मेगा इंडस्ट्रियल टाऊनशिप डवलप हो सकेगी। इलाके की साल्ट व टूरिज्म इंडस्ट्री को नया आयाम मिलेगा तथा फूड-प्रोसेसिंग क्लस्टर डवलप होंगे, जो इलाके की इकोनॉमी को बूस्ट करेंगे।

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