‘दी जोयज़ ऑफ मदरहुड़’ रील कॉन्टेस्ट द्वारा महिलाओं ने साझा किए मातृत्व के अनुभव
प्रतियोगिता की प्रथम विजेता के घर पहुंची स्मिता बंसल
Media Kesari
Jaipur (Rajasthan)
जयपुर - राजस्थान के प्रसिद्ध आईवीएफ़ सेंटर, नीलकंठ आईवीएफ (Neelkanth IVF And Fertility Center jaipur) में एक जुलाई से शुरू हुए 'द जॉयज़ ऑफ मदरहुड' ( The Joys of Motherhood) रील कॉन्टेस्ट का भव्य समापन "बालिका वधू" फेम स्मिता बंसल smita bansal की उपस्थिति में किया गया।
अभिनेत्री स्मिता बंसल ने रील प्रतियोगिता की प्रथम विजेता अंकिता शर्मा के घर पहुँच कर विजेता को सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा 90 से ज़्यादा रील बनाई गयी जिसमें प्रतिभागियों ने रचनात्मक रीलों के माध्यम से मातृत्व के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। नीलकंठ आईवीएफ द्वारा इस रील कॉन्टेस्ट के कुछ प्रतिभागियों के एक्सट्रा प्रयास के लिए उन प्रतिभागियों को अपरीसीयशन अवार्ड भी दिया गया।
विजेता अंकिता शर्मा को पुरस्कार के तौर पर गोल्ड कोइन दिया गया। इस पल को और भी यादगार बनाने के लिए स्मिता बंसल खुद अंकिता शर्मा को सम्मानित करने उनके घर पहुंचीं। इस प्रतियोगिता में आकांक्षा नामा और बनी साधनानी ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
नीलकंठ आईवीएफ की निदेशक, सीनियर कंसल्टेंट रिप्रोडक्टिव मेडिसिन एंड फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट, डॉ. सिमी सूद (Consultant Reproductive Medicine & Infertility Dr. Simi Sood)ने मदर्स के उत्साहपूर्ण पार्टीसीपेशन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई दी और प्रतियोगिता में योगदान देने वाले प्रत्येक प्रतिभागी की सराहना की।
नीलकंठ आईवीएफ के साइंटिफिक निदेशक डॉ. आशीष सूद (Scientific Director Dr. Ashish Sood) ने कहा, “वर्तमान में इन्फर्टिलिटीकी समस्या लगभग 10-14% आबादी को प्रभावित कर रही है और कई कपल्स माता-पिता बनने की खुशी से वंचित हैं। ऐसी प्रतियोगिताओं और अभियानों के माध्यम से, हम अधिक से अधिक कपल्स के लिए एआरटी जैसी नवीनतम तकनीकों के बारे में जागरूकता पैदा करने की योजना बना रहे हैं। हमारा मानना है कि हर कपल माता-पिता बनने का हकदार है और हमारा लक्ष्य अपने मरीजों को सर्वोत्तम संभव ट्रीटमेंट प्रदान करना है।'' उन्होंने रील प्रतियोगिता की सफलता के लिए स्मिता बंसल का भी आभार व्यक्त किया ।डॉ. आशीष सूद ने कहा, "हम भविष्य में इस तरह की और अधिक प्रतियोगिताएं आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।"
इसलिए ख़ास है जयपुर का नीलकंठ आईवीएफ सेंटर
नीलकंठ आईवीएफ, जयपुर: नीलकंठ आईवीएफ, जयपुर पूरे देश में दंपतियों को क्वालिटी फर्टिलिटी ट्रीटमंटस उपलब्ध करा रहा है। यह आईवीएफ़ सेंटर इलाज से लेकर पेशंट की डिलीवरी तक हर चीज के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हुआ है। निःसंतान दंपतियों को अपना परिवार शुरू करने में सहायता करने के लिए जयपुर केंद्र विश्व स्तरीय अस्सीस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नालजी (एआरटी) से सुसज्जित है। यह सुविधा आईवीएफ़, आईयूआई, आईसीएसआई , प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाली लेप्रोस्कोपिक और हिस्टेरोस्कोपी सर्जरी, भ्रूण फ्रीजिंग और विट्रिफिकेशन जैसी नई तकनीकों और प्रजनन उपचार की पेशकश करती है।
यह आईवीएफ़ सेंटर एडवांसफर्टिलिटी ट्रीटमंटस भी प्रदान करता है जैसे लेजर-असिस्टेड हैचिंग, ओओसाइट स्पिंडल व्यू (ओएसवी), सर्वश्रेष्ठ शुक्राणु चयन के लिएआईएमएसआई के साथ ,आईसीएसआई, सर्जिकल स्पर्म रिट्रीवल (टीईएसए, पीईएसए , एम-टीईएसई), इत्यादि। नीलकंठ आईवीएफ के निदेशक डॉ. सिमी सूद और डॉ. आशीष सूद को दक्षिण राजस्थान में आईवीएफ लाने और क्षेत्र में "पहले टेस्ट ट्यूब बेबी" (first test tube baby) के जन्म का श्रेय दिया जाता है। नीलकंठ आईवीएफ़ 20 से अधिक वर्षों से निःसंतान दम्पतियों के घर खुशियों को जन्म देने में सहायक है और उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, कोटा और अजमेर में अपने आईवीएफ़ सेंटर्स का विस्तार भी कर चुका है ।
0 Comments