भड़ाना का जज़्बा, पंजीठ का भरोसा...फिर लिख रहे जागरूकता की नई इबारत

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Kairana News

पंजीठ में फिर गूँजे मुबारिक भड़ाना, चौथी बार लगे जागरूकता होर्डिंग

न्यू क्लीन इंडिया फ़ाउंडेशन और ग्रामीणों की साझी पहल ने नकारात्मक ताक़तों को दिया करारा जवाब


✍️ गुलवेज़ आलम

स्वतंत्र पत्रकार, कैराना 

Media Kesari


कैराना । ग्राम पंचायत पंजीठ एक बार फिर चर्चा में है। यहां न्यू क्लीन इंडिया फ़ाउंडेशन (NGO) ने चौथी बार गांव की गलियों और मुख्य मार्गों पर बड़े-बड़े जागरूकता होर्डिंग बोर्ड लगवाए। गांव के विकास और स्वच्छता का संदेश देने वाले इन बोर्डों को देखकर ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई।

Media Kesari, kairana Crime News, shamli crime News,कैराना । ग्राम पंचायत पंजीठ एक बार फिर चर्चा में है। यहां न्यू क्लीन इंडिया फ़ाउंडेशन (NGO) ने चौथी बार गांव की गलियों और मुख्य मार्गों पर बड़े-बड़े जागरूकता होर्डिंग बोर्ड लगवाए। गांव के विकास और स्वच्छता का संदेश देने वाले इन बोर्डों को देखकर ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई।


इससे पहले भी तीन बार इसी फ़ाउंडेशन द्वारा होर्डिंग बोर्ड लगाए गए थे, लेकिन कुछ विपक्षी व असामाजिक प्रवृत्ति के लोगों ने उन्हें उखाड़कर फेंक दिया था। इस बार बोर्ड लगाने के दौरान माहौल बिल्कुल अलग दिखाई दिया। ग्रामीणों ने खुलकर इस पहल का समर्थन किया।


फ़ाउंडेशन के चेयरमैन मुबारिक भड़ाना ने स्पष्ट शब्दों में कहा 

“जो लोग इतनी घटिया सोच रखते हैं और समाजहित के कामों में रोड़े अटकाते हैं, उनके ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाएगी। पंजीठ का हर रास्ता अब विकास और जागरूकता की ओर बढ़ेगा।”

Media Kesari, kairana Crime News today, मुबारिक भड़ाना की पहचान केवल पंजीठ तक सीमित नहीं है। वे पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक गरीब, बेसहारा और ज़रूरतमंद लोगों की मदद करते आए हैं। बीमारों का इलाज कराना, गरीब परिवारों को सहारा देना, मजबूरों तक राशन पहुँचाना या बेसहारा लोगों को छत दिलाना – हर क्षेत्र में भड़ाना की सक्रियता देखी गई है। यही कारण है कि लोग उन्हें गरीबों का मसीहा कहते हैं।


मुबारिक भड़ाना की पहचान केवल पंजीठ तक सीमित नहीं है। वे पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक गरीब, बेसहारा और ज़रूरतमंद लोगों की मदद करते आए हैं। बीमारों का इलाज कराना, गरीब परिवारों को सहारा देना, मजबूरों तक राशन पहुँचाना या बेसहारा लोगों को छत दिलाना – हर क्षेत्र में भड़ाना की सक्रियता देखी गई है। यही कारण है कि लोग उन्हें गरीबों का मसीहा कहते हैं।


गांव के लोगों का कहना है कि भड़ाना की सोच और कामकाज ने पंजीठ को नई पहचान दी है। ग्रामीणों को भरोसा है कि आने वाले समय में भी उनका यह सफ़र गांव की तस्वीर और तक़दीर बदलने का काम करेगा।


समस्त ग्रामवासी पंजीठ ने न्यू क्लीन इंडिया फ़ाउंडेशन की इस पहल का स्वागत किया है और कहा है कि इस बार लगाए गए बोर्ड गांव के बदलते भविष्य की निशानी हैं।

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