Shamali Crime News
डर और बदनामी ने छीनी इंसानियत...भाइयों ने छुपाया बहन का शव
✍️ गुलवेज़ आलम
स्वतंत्र पत्रकार, कैराना
Media Kesari
शामली। कांधला थाना क्षेत्र का गांव रामपुर खेड़ी अब खौफ और फुसफुसाहट का दूसरा नाम बन चुका है। यहां 14 साल की एक किशोरी की मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया। मौत के बाद की कहानी इतनी डरावनी है कि सुनने वालों की रूह कांप रही है।
12 अगस्त ...गुमशुदगी का खेल
गांव निवासी कपिल पुत्र मुन्ना 12 अगस्त की शाम थाने पहुंचा और बताया कि उसकी छोटी बहन रहस्यमय तरीके से लापता हो गई है। गांव में चर्चा फैल गई — कोई कह रहा था लड़की किसी के साथ भाग गई, तो कोई अपहरण की आशंका जता रहा था। पुलिस ने खोज शुरू की, लेकिन दो दिन तक कोई नतीजा नहीं निकला।
गुरुवार रात ..मौत का सबूत
गुरुवार देर रात, पुलिस को सूचना मिली कि पूर्वी यमुना नहर के किनारे एक बोरी पड़ी है, जिसमें कुछ संदिग्ध है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बोरी खोली, तो अंदर 14 साल की किशोरी का सड़ा-गला शव था। बदबू इतनी जहरीली थी कि मौके पर मौजूद लोग नाक पर कपड़ा बांधकर खड़े हो गए।
भाइयों का कबूलनामा
पुलिस को शक था कि मामला महज गुमशुदगी का नहीं। परिजनों से सख्ती से पूछताछ की गई, और दोनों सगे भाई टूट गए।
उन्होंने बताया कि किसी बात पर डांट खाने के बाद बहन ने घर में फांसी लगा ली थी। जब उन्होंने फंदे से उतारा, तब तक उसकी जान जा चुकी थी। पुलिस के डर और बदनामी के खौफ में उन्होंने यह मौत छुपाने का फैसला किया।
48 घंटे की लाशदारी
भाइयों ने बहन की लाश को घर के एक कोने में छुपा दिया। दो दिन तक घर में मौत की बदबू फैलती रही, लेकिन किसी को कुछ नहीं बताया।
आखिरकार, 48 घंटे बाद, दोनों भाइयों ने रात के अंधेरे में शव को बोरी में डाला और नहर किनारे झाड़ियों में फेंक दिया, ताकि पानी और जानवर सबूत मिटा दें।
गांव में दहशत, पुलिस की सख्त जांच
थाना प्रभारी सतीश कुमार ने कहा, “दोनों भाइयों से गहन पूछताछ की जा रही है। हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं — यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई और सच्चाई छुपी है, जल्द खुलासा होगा।”
गांव में इस वारदात के बाद सन्नाटा है। लोग दबी आवाज में कह रहे हैं —
"जब भाई ही बहन की लाश छुपा दें, तो दुनिया में किस पर भरोसा किया जाए?"
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